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Fatty Liver: फैटी लीवर कम करने में कारगर हैं ये घरेलू नुस्खे, जल्द मिलेगा आराम

फैटी लीवर के लक्षणों के बारे में जल्द पता नहीं चल पाता लेकिन अगर आपको समय पर भूख नहीं लग रही हो, पेट दर्द हो, थकान या कमजोरी जैसी समस्या हो रही है तो ये फैटी लीवर के लक्षण हो सकते हैं. फैटी लीवर में पेट के दाएं तरफ हल्का दर्द हो सकता है. फैटी लीवर हल्का है तो घरेलू नुस्खों से भी इसका इलाज किया जा सकता है. आंवला, नींबू, दालचीनी और हल्दी से फैटी लीवर में काफी आराम मिलेगा.

फैटी लीवर में आपको हल्का पेट दर्द हो सकता है फैटी लीवर में आपको हल्का पेट दर्द हो सकता है
हाइलाइट्स
  • आंवला, नींबू, दालचीनी और हल्दी से फैटी लीवर में मिलेगा आराम

  • भूख नहीं लगना, पेट दर्द या थकान हो सकते हैं फैटी लीवर के लक्षण

जीवन शैली में तेजी से हो रहे बदलाव और गलत खानपान की वजह से ज्यादातर लोगों को कम उम्र में ही स्वास्थ्य संबंधी समसयाएं हो रही हैं. कई ऐसी बीमारियां हैं जिसके बारे में तो हमें पता भी नहीं चल पाता. इसी में से एक है फैटी लीवर जिसे हेप्टिक स्टोटोसिस भी कहा जाता है. इसमें लीवर के आसपास फैट जमा हो जाता है. यह अगर ज्यादा बढ़ जाए तो जानलेवा भी हो सकता है. फैटी लीवर की वजह से ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कई अंग फेल(multi organ failure) हो सकते हैं.

सबसे पहले आपको ये बताते हैं कि फैटी लीवर के लक्षण क्या-क्या हैं. वैसे तो फैटी लीवर के लक्षणों के बारे में जल्द पता नहीं चल पाता लेकिन अगर आपको समय पर भूख नहीं लग रही हो, पेट दर्द हो, थकान या कमजोरी जैसी समस्या हो रही है तो ये फैटी लीवर के लक्षण हो सकते हैं. फैटी लीवर में पेट के दाएं तरफ हल्का दर्द हो सकता है. इसमें से किसी भी परेशानी से आप जूझ रहे हों तो इसका टेस्ट जरूर कराना चाहिए. रिपोर्ट में सारी बातें साफ हो जाएगी.

फैटी लीवर अगर ज्यादा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर यह कम है तो कुछ घरेलू नुस्खों से भी इसका इलाज किया जा सकता है. इलाज के साथ-साथ फैटी लीवर में कई चीजों से परहेज करने की भी जरूरत होती है. जैसे खाने में तेल-घी का कम से कम इस्तेमाल करें. तली-भुनी हुई चीजों का सेवन काफी कम कर दें और हो सकते तो इसे कुछ वक्त के लिए बिल्कुल ही छोड़ दें. खाने में मसाले का इस्तेमाल भी काफी कम कर दें. परहेज के साथ-साथ आइये जानते हैं वो कौन-कौन से घरेलू नुस्खे हैं जिससे फैटी लीवर से छुटकारा पाया जा सकता है.

आंवला
आंवला औषधीय गुणों से भरपूर है और कई बीमारियों के लिए यह रामबाण है. इसमें क्यूरसेटिन फाइटोकेमिकल होता है. आंवले के सेवन से लीवर सेल का स्ट्रेस कम होता है और विटामिन-सी लीवर दुरुस्त रखता है. आम दिनों में आंवले का जूस पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं. ठंड के मौसम में आप आंवला काटकर इसका सेवन कर सकते हैं. इससे फैटी लीवर की समस्या में आपको बहुत राहत मिलेगी और कुछ ही महीने में यह ठीक हो जाएगा.

नींबू
नींबू आपको सालों भर मिलता है. फैटी लीवर के इलाज के लिए नींबू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें भी विटामिन-सी होता है. हर रोज सुबह एक कप पानी में आधा नींबू का रस निकाल लें. इसे एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करें. फैटी लीवर से उबरने में यह काफी मददगार होगा.

हल्‍दी
आयुर्वेद में हल्दी को औषधि माना गया है. कई बीमारियों में हल्दी के सेवन की सलाह दी जाती है. अगर आप हर रोज हल्दी का सेवन करते हैं तो आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं. फैटी लीवर कम करने के लिए भी हल्दी का उपयोग कर सकते हैं. आप एक गिलास गुनगुने पानी में एक चुटकी हल्दी और नींबू का रस मिलाकर हर रोज सुबह इसका सेवन करें. इससे फैटी लीवर की समस्या में काफी आराम होगा.

दानचीनी
कोरोना के दौरान काढ़ा बनाने के लिए दालचीनी का काफी इस्तेमाल हुआ था. लेकिन, इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ दालचीनी फैटी लीवर कम करने में भी मददगार है. दालचीनी को पानी के साथ उबाल लें और हर सुबह इसका सेवन करें. ध्यान रहे कि इसके ज्यादा इस्तेमाल से दूसरी समस्या भी हो सकती है.

अलसी के बीज
अलसी के बीज फैटी लीवर की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए रामबाण है. फैटी लीवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को हर दिन इसका सेवन करना चाहिए. इसका पाउडर भी पानी के साथ लिया जा सकता है.

अगर आपको किसी प्रकार की कोई बीमारी है और इसमें से किसी भी चीज से एलर्जी है तो इन नुस्खे को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें. ऐसी स्थिति में चिकित्सीय परामर्श अनिवार्य है.