क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की लत आपको उनसे कितना दूर कर सकती है. अगर नहीं तो इसपर ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि बदलती और स्मार्ट होती दुनिया के साथ-साथ अब बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की लत बढ़ती जा रही है. ऐसे में बच्चे पूरा दिन अपने फोन पर ही व्यस्त रहते हैं. ऑनलाइन गेम्स बच्चों के दिलोदिमाग पर हावी हो रहे हैं. बच्चों का चिड़चिड़ापन उन्हें मां-बाप से दूर कर रहा है.
ऑनलाइन गेम्स ने बच्चों का बचपन छीन लिया है. पार्क में खेलकूद बंद हो चुका है और उन्हें इंटरनेट की दुनिया भाने लगी है, जो समय बच्चों को अपने माता-पिता के साथ बिताना चाहिए वह वक्त बच्चे घंटों ऑनलाइन गेम खेलने में बीता रहे हैं. ऐसे में आपको अपने बच्चे को इस खतरनाक ऑनलाइन दुनिया से दूर करने की जरूरत है.
क्या है इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर
पबजी (PUBG) और कॉल ऑफ ड्यूटी (Call Of Duty)जैसे गेम्स आने के बाद एक टर्म निकलकर सामने आया है 'इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर' (Online Gaming Disorder). इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर को गेमिंग एडिक्शन यानि गेम खेलने की लत कहा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिसीज (ICD-11) में गेमिंग डिसऑर्डर को शामिल किया है. गेमिंग डिसऑर्डर होने पर लोगों को यह तय करने में परेशानी होती है कि उन्हें कितना समय डिजिटल या वीडियो गेम को देना चाहिए. वह खेल को ज्यादा महत्व देने लगते हैं.
कैसे कर सकते हैं बच्चों को फोन से दूर
ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की करें कोशिश : आप अपने बच्चे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं, जिससे बच्चे का ध्यान फोन से हट सके. खाली समय में आप उसके साथ कुछ खेल सकते हैं, जिससे वह शारीरिक रूप से भी सेहतमंद रहे.
अपने बच्चे को बाहर घुमाने लेकर जाएं : अक्सर बच्चे घर पर रहकर उब जाते हैं और ऐसे में उन्हें केवल फोन ही सहारा दिखता है. आप थोड़ा समय निकालकर अपने बच्चों के साथ बाहर घूमने जा सकते हैं. पार्क, कैफे, लाइब्रेरी या किसी स्टोर में आप अपने बच्चे के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं.
सोसाइटी के बच्चों से कराएं दोस्ती : आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में सब बिजी ही रहते हैं ऐसे में जरूरी है समय निकालकर अपने बच्चों का आसापास के लोगों से मेलजोल बढ़ाना. इससे आपका बच्चा दोस्तों के साथ बाहर खेलने जाने लगेगा.
बच्चों की हॉबी को पहचानना जरूरी : आपको पता होना चाहिए कि आपके बच्चे को खाली समय में क्या करना पसंद है, जिससे आप उसे फोन की लत से बचा सकते हैं और खाली समय में उनकी पसंदीदा चीजों से उनका माइंड डाइवर्ट कर सकते हैं.
अपने बच्चों के साथ बैठकर खाएं खाना : पहले के समय में सभी लोग साथ बैठकर खाना खाया करते थे, जिससे परिवार में प्यार बना रहता था. बदलते समय के साथ अब सभी लोग अपने-अपने कमरों में अलग से खाना खाने लगे हैं, लेकिन अगर आपको अपने बच्चों से नजदीकी बढ़ानी है तो आपको कम से कम एक वक्त का खाना तो साथ बैठकर खाना चाहिए.
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