आलिंग्न या किसी को गले लगाना हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव डालते हैं. प्यार और संबंध व्यक्त करने का, एक पावरफुल टूल है किसी को गले लगाना या हग करना, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को महत्वपूर्ण रूप से फायदा पहुंचा सकता है. तनाव कम करने से लेकर भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देने और यहां तक कि शारीरिक स्वास्थ्य को ठीक रखने तक, गले मिलना हमारे जीवन का एक अनिवार्य पहलू है. गले मिलना हमारी वेल-बींग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह विभिन्न तरीकों से हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है.
गले लगने के पीछे का साइंस
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक मेहेज़बीन डोरडी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि गले लगाने से ऑक्सीटोसिन का रिलीज शुरू हो जाता है, जिसे अक्सर "लव हार्मोन" या "बॉन्डिंग हार्मोन" कहा जाता है. यह सोशल बॉन्डिंग, लगाव और इमोशनल रेगुलेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऑक्सीटोसिन के स्तर में बढ़ोतरी हमें गले लगाने वाले व्यक्ति के प्रति विश्वास, सहानुभूति और लगाव की भावनाओं को बढ़ावा देती है.
उन्होंने कहा कि गले लगाने से ब्रेन के रिवॉर्ड सेंटर, विशेष रूप से वेंट्रल स्ट्रिएटम सक्रिय हो सकते हैं. यह मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो प्लेज़र और रिवॉर्ड से जुड़ा है. यह आलिंगन के सकारात्मक अनुभव की पुष्टि करता है और व्यक्तियों को सामाजिक संपर्क और शारीरिक निकटता तलाशने के लिए प्रोत्साहित करता है.
फिजिकल हेल्थ
इमोशनल हेल्थ
अपने दोस्तों और परिवार को गले लगाने के अलावा, अपने प्यारे और क्यूट जानवर दोस्तों के साथ गले मिलने की थेरेपी को न भूलें. आप अपने पालतू जानवरों के साथ जो प्यार बांटते हैं वह भी उतना ही सार्थक है. याद रखें कि आत्म-आलिंगन यानी खुद को गले लगाना भी मायने रखता है. सेल्फ-कंपेशन और सेल्फ लव के साथ स्वयं को गले लगाओ. इसका सुखदायक प्रभाव हो सकता है, खासकर सेल्फ-डाउट और एंग्जायटी के दौरान.
इसलिए, अगली बार जब आपको अवसर मिले, तो किसी ऐसे व्यक्ति के साथ गर्मजोशी से गले मिलें, जिसकी आप परवाह करते हैं, और महसूस करें कि इसका आपके जीवन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ सकता है.