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Symptoms: कॉमन कोल्ड, फ्लू, आरएसवी या कोविड-19, इस तरह पता चलेगी बीमारी, जानिए अलग-अलग लक्षण

सर्दियों के मौसम में कॉमन कोल्ड, फ्लू या RSV बहुत ही आम है. लेकिन इनके लक्षण बहुत हद तक कोविड-19 के लक्षण से मिलते हैं. इसलिए कई बार लोग जरा सी सर्दी होने पर ही समझने लगते हैं कि कोरोना हो गया है.

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हाइलाइट्स
  • कई बिमारियों के लक्षण हैं लगभग समान

  • आने वाले 40 दिन हैं महत्वपूर्ण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में सूचित किया है कि 500 ​​से अधिक ओमिक्रॉन वैरिएंट वर्तमान में दुनिया भर में सर्कलेट हो रहे हैं. इस कारण संभावना है कि भारत में आने वाले दिनों में कोविड लहर देखने को मिले. भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिसंबर में सतर्क किया था कि आने वाले 40 दिन महत्वपूर्ण होंगे. 

चीन, सिंगापुर, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, थाईलैंड और जापान से आने वाले यात्रियों के कोविड टेस्टिंग तेज हो गई है. इस बीच, भारत में बुधवार को 175 फ्रेश कोविड -19 मामले दर्ज किए गए. हाल ही में भारत से BF.7 वैरिएंट के चार मामले सामने आए और अब चारों के रिकवर होने की खबरें आ रही हैं. 

कई बिमारियों के लक्षण हैं लगभग समान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों सावधानी बरतने के लिए अलर्ट किया क्योंकि सर्दियों में कई सांस की बीमारी होती हैं जो जरूरी नहीं कि कोविड-19 हो. भारत में सर्दियां कॉमन कोल्ड, फ्लू और रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (आरएसवी) संक्रमण के खतरे को भी बढ़ा देती हैं. यह जरूरी है कि इन अलग-अलग संक्रमणों के लक्षणों में उस विशेष अंतर को नोट किया जाए, जो इन्हें कोविड-19 से अलग करता है. 

सांस की बीमारी के दौरान स्वाद और गंध की कमी को एक सामान्य लक्षण माना गया है. जिन लोगों को वायरल इंफेक्शन हो जाता है, वे अक्सर स्वाद और सूंघने की क्षमता खो देते हैं. यह महामारी की पहली लहर के दौरान कोविड-19 टेस्टिंग का महत्वपूर्ण लक्षण बना रहा. हालांकि, विशेषज्ञों ने बताया है कि बंद नाक मानव शरीर की किसी चीज को चखने या सूंघने की क्षमता को कम कर देती है. 

सामान्य जुकाम
सामान्य सर्दी नाक और गले का एक वायरल संक्रमण है. सामान्य सर्दी के विशिष्ट लक्षण हैं- खांसी, बहती नाक, बंद नाक, छींक आना, गला खराब होना, सांस लेने में कठिनाई, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बदन दर्द, उल्टी, डायरिया आदि हैं. सामान्य सर्दी से पीड़ित होने पर बच्चे घरघराहट करते हैं. 

इंफ्लुएंजा
इन्फ्लुएंजा या फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस प्रकार ए और बी के कारण होता है, जो तीव्र श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बनता है. 5-9 वर्ष की आयु के बच्चों में बीमारी की गंभीरता अधिक होती है. फ्लू के लक्षण हैं खांसी, थकान, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, शरीर में दर्द, बहती नाक, छींक आना, गला खराब होना, उल्टी और डायरिया आदि. कभी-कभी फ्लू से पीड़ित लोगों में सांस लेने में कठिनाई और घरघराहट जैसे लक्षण भी देखे जाते हैं. 

शिशुओं सहित बच्चों में, पहला संक्रमण गंभीर ब्रोंकियोलाइटिस का कारण बन सकता है जो कभी-कभी घातक हो सकता है. बड़े बच्चों और वयस्कों में बार-बार अपर रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट इंफेक्शन आम हैं और सबक्लीनिकल इंफेक्शन से लेकर सिंपटोमिक अपर रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट के रोग तक होते हैं. 

आरएसवी
आरएसवी संक्रमण के क्लासिक लक्षण हैं- खांसी, बहती या भरी हुई नाक, घरघराहट, छींक आना, बुखार और सिरदर्द कॉमन है.