क्या आप भी इंपोर्टेड फ्रोजन फूड जैसे सी फूड, मीट आदि के फैन है ? लेकिन इससे पहले कि आप अपने फ्रीजर में को इन फ्रोजन फूड के पैकेट्स से भरने की सोचें इससे पहले आपको इस खबर को जान लेना बेहद जरूरी है. एक रिपोर्ट के अनुसार कंटामिनेटेड कोल्ड फूड या फिर इनकी पैकेजिंग एक देश से दूसरे देश के बीच कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
चीनी शोधकर्ताओं ने जून 2020 और मध्य जुलाई 2021 के बीच सरकार द्वारा एकत्रित महामारी के डेटा में कोल्ड-चेन खाद्य पदार्थों से संबंधित कोविड के प्रकोप के कई उदाहरण पाए.
अध्ययन में क्या मिला?
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि चीन में 37 प्रकोपों और 5,741 संक्रमित मामलों में से सात प्रकोप (कुल का 19%)और कुल 689 मामले फ्रोजन फूड पैकेजिंग से जुड़े हुए थे. चाइना सीडीसी वीकली ( China CDC Weekly)ने हाल ही में इस बात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि SARS-CoV-2 कम से कम 11 महीनों के लिए -18 डिग्री सेल्सियस के कम तापमान में जमे हुए खाद्य पदार्थों यानी फ्रोजन फूड के तापमान पर अपनी संक्रामकता बनाए रख सकता है. जिसका मतलब है कि 11 महीनों के बाद भी अगर आप किसी फ्रोजन फूड पैकेजिंग के संर्पक में आते है तो आप संक्रमित हो सकते हैं.
बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा
अध्ययन में इस बात के भी प्रत्यक्ष प्रमाण पाए गए कि इस व्यवसाय में श्रमिकों के बीच कोविड पॉजिटिविटी के मामले व्यावसायिक जोखिम से संबंधित हैं. अध्ययन में पाया गया कि हाई ह्यूमिडिटी में फ्रोजन फूड को बनाने से लेकर उसकी पैकेजिंग और उसे बेचने तक कई एरोसोल उत्पन्न होते हैं जो कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोविड -19 का ट्रांसमिशन कर सकते है. इससे व्यक्ति से वस्तु और वस्तु से व्यक्ति को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी के श्रमिकों के बीच ऑस्ट्रेलिया, जापान, जर्मनी और अमेरिका सहित कई अन्य देशों में इसी तरह के प्रकोपों की सूचना दी जा रही है. विशेष रूप से सीमा शुल्क में अधिकारियों द्वारा साफ-सफाई रखने और नियमित न्यूक्लिक एसिड निरीक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.