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Heat Stroke: गर्मी में हीट स्ट्रोक होने का है रिस्क, जानिए इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके

महाराष्ट्र में गर्मी के कारण हुई 11 लोगों की मौत ने देश के लोगों को झकझोर दिया है. गर्मी लगातार बढ़ रही है और ऐसे में हीट स्ट्रोक का बड़ा रिस्क है. जानिए कैसे करें बचाव.

Heat Stroke Heat Stroke
हाइलाइट्स
  • सन स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है

  • हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकती है

हाल ही में, खारगर, नवी मुंबई में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में भाग लेने के हिस्सा लेने के बाद डीहाइड्रेशन, चक्कर आने, मतली और सीने में दर्द के कारण 11 लोगों की मौत और 50 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है. जैसे ही हीटस्ट्रोक बीमारी की खबरें सामने आईं मौसम विभाग ने कई राज्यों में ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है. 

आपको बता दें कि सन स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. यह तब होती है जब आपका शरीर ज़्यादा गरम हो जाता है और ठंडा नहीं हो पाता है और यह  जानलेवा हो सकता है. इस स्थिति में तत्काल मेडिकल की जरूरत होती है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हीट स्ट्रोक लंबे समय तक उच्च तापमान में रहने के कारण हो सकता है, खासकर तब जब ह्यूमिडिटी भी हो. गर्मी में डिहाइड्रेशन हो सकता है और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. 

इन कारणों से बढ़ता है हीट स्ट्रोक का रिस्क 

  • आपकी उम्र बहुत बड़ा फैक्टर है. छोटे बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा संवेदनशील होते हैं. 
  • कोई मेडिकल कंडीशन हृदय रोग, मोटापा या मधुमेह
  • शराब का सेवन करने से 
  • तंग या भारी कपड़े पहनना जिनमें गर्मी बढ़ती है
  • कई बार कुछ दवाएं भी आपके शरीर की तापमान को रेगुलेट करने क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं. 

हीट स्ट्रोक के लक्षण 

  • शरीर का तापमान बढ़ना (103 डिग्री फ़ारेनहाइट से ऊपर)
  • तेज धड़कन
  • तेजी से सांस लेना
  • सिर दर्द
  • जी मिचलाना और उल्टी
  • चक्कर आना या भ्रम
  • दौरे पड़ना
  • बेहोशी की हालत

इन लक्षणों को देखते हुए तुरंत मेडिकल मदद लेनी चाहिए:

  • इस तरह से करें खुद का बचाव 
  • सबसे पहले तो धूप में कम से कम बाहर निकलें. 
  • बाहर निकलते समय छाता साथ रखें.
  • ढीले, हल्के रंग के और सूती कपड़े पहनें.
  • खूब सारे तरल पदार्थ (पानी या स्पोर्ट्स ड्रिंक) पिएं.
  • शराब और कैफीन के सेवन से बचें, जो शरीर को डीहाइड्रेट कर सकते हैं.
  • ठंडा रहने के लिए पंखे या एयर कंडीशनिंग का प्रयोग करें. 

अगर किसी को हीट स्ट्रोक हो रहा हो तो सबसे पहले आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करें. मरीज को ठंडी, छायादार जगह पर ले जाएं. किसी भी तंग या भारी कपड़ों को हटा दें. उस व्यक्ति को पंखा करें या उनकी त्वचा पर ठंडा पानी लगाएं. यदि व्यक्ति होश में है, तो उसे पानी या कोई दूसरा लिक्विड दें. मेडिकल मदद आने तक उनकी सांस लेने और हार्टरेट को नोट करते रहें.