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बहुत काम की हैं ये 5 जड़ी बूटियां, इनके औषधीय गुणों को जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

Medicinal plants: हमारे आसपास कई ऐसे पौधे हैं जो आम लोगों की रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होते हैं. एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि‍ के रूप में जाना जाता है. नीम के पौधे का हर हिस्सा औषधीय रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है.

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हाइलाइट्स
  • भारत में 400 ऐसे औषधीय पौधे हैं, जिनमें हाइपोग्लेसेमिक गुण हैं.

  • एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि‍ के रूप में जाना जाता है.

औषधीय पौधों में तमाम बीमारियों का इलाज छिपा हुआ है. बस जरूरत है कि इनपर गहन अध्ययन किया जाए और इनसे आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के मानदंडों पर दवा का निर्माण किया जाए. एलोपैथी में ऐसी सैकड़ों प्रभावी दवाएं हैं, जो औषधीय पौधों से ही तैयार की जाती हैं. इनमें ज्यादातर वहीं पौधे हैं जो आपके आसपास मौजूद होते हैं और रोजमर्रा के जीवन में इनका इस्तेमाल किया जाता है.

क्या कहता है शोध
करंट साइंस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अकेले भारत में 400 ऐसे औषधीय पौधे हैं, जिनमें हाइपोग्लेसेमिक गुण हैं. चूहों पर किए गए परीक्षण में इसकी पुष्टि हो चुकी है कि इन औषधीय पौधों में कई तरह के गुण हैं जो कि बीमारियों के इलाज में सहायक होते हैं. चूहों में परीक्षण के दौरान देखा गया कि ये पौधे एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हैं.

प्रमुख औषधीय पौधे
हमारे आस-पास के वातावरण में ऐसे तमाम पेड़-पौधे देखने को मिलते हैं, जिनके औषधीय गुणों से हम सभी अंजान रहते हैं. नीम, शतावरी, मेथी, उलट कंबल और श्योनाक भी ऐसी ही औषधियां हैं, जिनका इस्तेमाल दवाईयों के निर्माण में किया जाता है.

नीम के औषधीय गुण: एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि‍ के रूप में जाना जाता है. नीम के पौधे का हर हिस्सा औषधीय रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. गर्मी में ठंडी हवा देने के साथ ही ये एक ऐसा पेड़ है जिसका हर हिस्सा किसी न किसी बीमारी के इलाज में कारगर है. नीम डायबिटीज में बेहद फायदेमंद होता है. यह कई तरह के कैंसर को खत्म करने की क्षमता भी रखता है. नीम के पत्तों का उपयोग त्वचा संबंधी रोगों के लिए किया जाता है. नीम की पत्तियों को जलाने से बैक्टीरियां मरते हैं.

शतावरी के औषधीय गुण: शतावरी हर एक वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी होता है. शतावरी ऐसी जड़ी बूटी है, जिसमें औषधीय गुणों का खजाना है और इसमें कई रोगों से लड़ने की क्षमता होती है. शतावरी उन लोगों के लिए भी रामबाण साबि‍त होती है, जो अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं. शतावरी दि‍ल की बीमारियों से बचाए रखने में फायदेमंद है. शतावरी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी में सुधार करने के साथ-साथ स्पर्म काउंट को भी बढ़ाती है.

मेथी के औषधीय गुण: मेथी के दाने में खूब सारे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं. मेथी के पानी का सेवन करने से पाचन से संबंधित परेशानियां दूर होती हैं. मेथी के सेवन से ह्रदय रोग में लाभ मिलता है. बालों का झड़ना रोकने में मेथी के औषधीय गुण फायदेमंद है. 

उलट कंबल के औषधीय गुण: उलटकंबल ऐसी जड़ी बूटी है जिसके औषधीय गुणों को शायद ही कोई जानता होगा. उलटकंबल हर तरह के दर्द का रामबाण इलाज है. शरीर के किसी हिस्से में अगर आपको सूजन या एलर्जी है तो उलटकंबल के फूल का रस लगाने राहत मिलती है. उलटकंबल में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं.

श्योनाक के औषधीय गुण: श्योनाक लीवर संबंधी रोगों में बहुत ही लाभकारी है. जिनकों पीलिया की शिकायत है वे श्योनाक की ताजी छाल को पानी में भिगो कर सुबह सेवन करने से पीलिया ठीक होता है. सामान्य कमजोरी में विशेष रूप से पेट की गड़बड़ी से होने वाली बीमारियों में यह लाभकारी है.