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JN.1 Covid Variant: मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा Corona के केस, 24 घंटे में 325 लोग हुए ठीक, जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय 

पिछले 24 घंटों में 325 लोग कोविड-19 से ठीक हुए, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,44,71,212 हो गई. राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत दर्ज की गई है. आइए कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण और इससे बचाव के उपाय के बारे में जानते हैं.

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हाइलाइट्स
  • कोरोना के नए वैरिएंट से घबराएं नहीं, सतर्क रहें 

  • पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 752 नए केस मिले

भारत सहित दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में शनिवार को कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 3,000 का आंकड़ा पार कर गई है. साथ ही पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 752 नए केस मिले हैं, जो मई 2023 के बाद एक दिन में मिलने वाले सबसे ज्यादा मामले हैं. सुखद बात यह है कि पिछले 24 घंटों में 325 लोग कोविड-19 से ठीक हुए, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,44,71,212 हो गई. राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत दर्ज की गई है.

पिछले 24 घंटे में मिले कोरोना के केस
केरल में 565 नए केस, कर्नाटक में 78, महाराष्ट्र में 19, गुजरात में 13, दिल्ली में 6, राजस्थान में 6, उत्तर प्रदेश में 4, छत्तीसगढ़ में 2 और हरियाणा में 1 केस कोरोना का मिला. पिछले 24 घंटों में चार लोगों की मौत (दो केरल से और एक-एक राजस्थान और कर्नाटक) भी हुई है.

JN.1 वैरिएंट
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे JN.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण माना जा रहा है. अब तक हुए अध्ययनों में कोरोना के इस वैरिएंट को ओमिक्रॉन के पिछले वैरिएंट्स से मिलता-जुलता ही बताया गया है, पर कुछ बातें हैं जो JN.1 वैरिएंट की प्रकृति को खतरनाक बनाती हैं. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) सहित दुनिया के तमाम स्वास्थ्य संगठनों का कहना है कि कोरोनावायरस अपने आपको जीवित रखने के लिए लगातार म्यूटेट हो रहा है. JN.1 उसी की एक रूप है.

ऐहतियात के तौर पर पहने मास्क
सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोविड-19 मामलों में मौजूदा बढ़ोतरी चिंता का कारण नहीं है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि, केंद्र ने ऐहतियात के तौर पर गंभीर बीमारों से पीड़ित लोगों को फेस मास्क पहनने की सलाह दी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की और कोविड के बदलते रूप से सतर्क रहने पर जोर दिया. 

जेएन 1 के लक्षण 
1. बुखार.
2. थकान.
3. नाक बहना.
4. गले में खराश.
5. सिरदर्द.
6. खांसी.
7. कंजेशन.
8. पेट दर्द.
9. उल्‍टी और दस्‍त.
10. मसल्‍स वीकनेस.

कैसे पहचानें वायरल फ्लू और JN.1 में फर्क
वायरल फ्लू और कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण काफी मिलते हैं, ऐसे में फर्क कर पाना वैसे तो बहुत मुश्किल है. लेकिन अगर आपको वायरल के लक्षणों के साथ जी मिचलाने की समस्‍या हो और भूख बिल्‍कुल न लगे तो ये JN.1 का स्‍ट्रॉन्‍ग इंडिकेशन है. अगर इस तरह के लक्षण 4 से 5 दिनों तक बने रहते हैं, तो आपको जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए और विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए.

कोरोना के नए वैरिएंट से खुद को कैसे बचाएं
1. घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं, ताकि वायरस हवा के जरिए आपको संक्रमित न कर सके. मास्क न हो, तो बाहर जाते वक्त रूमाल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
2. साफ-सफाई का ध्यान रखें. बाहर से आकर हाथों को सही से धोएं, आंख, मुंह या नाक के अच्छी तरह साफ करें.
3. खांसी-जुकाम या प्रभावित व्यक्ति से कम से कम दो मीटर दूर रहें.
4. फोन या गैजेट्स को सैनिटाइज करते रहें.
5. खांसी या छींक आने पर मुंह को ढंके.
6. बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले भीड़ में जाने से बचें.
7. इसके लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लें, लापरवाही से बचें.
8. इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाने के लिए पैदल चलें. अच्छे वातावरण में रहें.
9. अपनी डाइट में प्रोटीन रिच फूड्स लें. विटामिन ए, सी, डी, ई से भरपूर चीजें ही खाएं.
10. पानी पीना कम न करें.

WHO ने JN.1 को लेकर क्या कहा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को ओमीक्रॉन फैमिली का रूप बताया है. डब्लूएचओ ने कहा कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है और ये चिंताजनक हो सकता है. अधिकारियों ने कहा कि भारत में JN.1 वैरिएंट के कारण मामलों का कोई क्लस्टरिंग नहीं देखी गई है. जो भी केस पाए गए हैं वह काफी हल्के हैं और मरीज बिना की समस्या के जल्दी ठीक भी हो रहे हैं. हालांकि, WHO ने सावधानी के तौर पर एडवाइजरी जारी की है. इसमें लोगों को भीड़ वाले, बंद या दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी गई है. साथ ही आवश्यक दूरी बनाने को भी कहा गया है.

41 देशों में फैल चुका है JN.1 वैरिएंट 
WHO के अनुसार, कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है. फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, कनाडा और स्वीडन में JN.1 के मामले सबसे ज्यादा हैं.  कोविड के सब-वैरिएंट JN.1 की पहचान पहली बार यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में हुई. यहां से यह तमाम देशों में फैलना शुरू हो गया. यह सब-वैरिएंट पिरोलो वैरिएंट (बीए.2.86) से जुड़ा हुआ है. इसे इंसानी शरीर की इम्यूनिटी के खिलाफ खतरनाक बताया जा रहा है. यही वजह है कि नए सब-वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.

केंद्र ने सभी राज्यों के लिए जारी की है एडवाइजरी 
केंद्र सरकार ने नए वैरिएंट को लेकर सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की. इसमें सभी राज्यों को ज्यादा से ज्यादा कोविड टेस्ट करने को कहा गया है. केंद्र ने पॉजिटिव सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजने का निर्देश दिया है. केरल में कोविड-19 का मामला बढ़ने के कारण वहां भी एडवाइजरी जारी की गई है. यहां 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों, किडनी, हृदय, लिवर जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली मांओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की सलाह दी गई है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में सबसे पहला JN.1 वैरिएंट सामने आया था. 79 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. महिला में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे. हालांकि, बाद में वह ठीक हो गई.