दुनिया में हर बात के दो पहलु होते हैं. अब विश्वयुद्ध को ही लें लें तो एक तरफ जहां इस युद्ध में करोड़ों लोगों की जानें गई तो इन्हीं युद्धों ने दुनिया को कई नई खोज भी दी. इसी तरह का एक वार कोरोना वायरस भी रहा है जिसमें अनगिनत लोगों की जानें गई, ना जाने कितने लोगों के अपने खो गए, लेकिन इसका दूसरा पहलु ये भी है कि अनगिनत लोगों को कोरोना होने के बावजूद भी वो आज बिल्कुल ठीक हैं, उन्हीं जैसे लोगों को कोरोना वॉरियर का खिताब भी दिया गया. ऐसा ही एक ताजा मामला कर्नाटक के तीसरे ओमिक्रॉन रोगी का है, जिसने ओमिकॉन को हरा कर जिंदगी की जंग जीत ली है, इससे पहले इस मरीज ने डेल्टा वायरस को भी हराया था.
ओमिक्रॉन वैरिएंट के तीसरे मरीज का वीडियो हो रहा वायरल
ओमिक्रॉन वैरिएंट से पहले ठीक हुए 34 साल के व्यक्ति ने अपने अनुभवों को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है, जो वायरल हो गया है. इस वीडियो में वह कह रहे हैं कि मैं पहले डेल्टा वायरस से संक्रमित था और अब मैं ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण का अनुभव शेयर कर रहा हूं. आगे वो बताते हैं कि मैं दूसरी लहर के दौरान कोरोनवायरस से संक्रमित था. मैंने कोविड टीकाकरण की दोनों खुराक भी ले ली थी. इसके बावजूद, मुझमें ओमिक्रॉन वैरिएंट पॉजिटिव पाया गया. हालांकि, ओमिक्रॉन वैरिएंट के मुकाबले डेल्टा वायरस ने मुझे ज्यादा कमज़ोर किया था.
ओमिक्रॉन के मुकाबले डेल्टा वैरिएंट था ज्यादा खतरनाक
मरीज को मंगलवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. उन्होंने आगे बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान, कोरोना वायरस हो गया था. बीमार होने के बाद मुझे घर पर आइसोलेट कर दिया गया था. एक विदेशी दौरे के बाद, मुझे ओमिक्रॉन वैरिएंट हो गया. पहली बार गले में खुजली, खांसी और थकान के लक्षण ज्यादा गंभीर थे, लेकिन इस बार कोई खास इलाज की जरूरत नहीं पड़ी. हांलाकि इस वीडियो में रोगी ने अपना नाम नहीं बताया है.