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दिल के जुड़ी बिमारियां होने के खतरे को बढ़ा सकती हैं कीटो जैसी डाइट्स, रिसर्च में हुआ खुलासा

कीटो डाइट का चलन आजकल बढ़ने लगा है. तुरंत ही वेटलॉस की चाह रखने वाले लोग अक्सर कीटो जैसी डाइट्स का सहारा लेते हैं. लेकिन ये सेहत के लिए ज्यादा अच्छा नहीं है.

Representational Image (Photo: Unsplash) Representational Image (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • बढ़ता है LDL कोलेस्ट्रॉल का जोखिम 

  • यूके के नागरिकों पर की गई स्टडी  

कीटो डाइट या कीटो जैसी खाने की आदत भारत के शहरी इलाकों में फिटनेस फ्रीक लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं. हालांकि एक नए शोध का कहना है कि केटोजेनिक भोजन या कीटो डाइट दिल से संबंधित बिमारियों को होने का कारण बन सकती है.

अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजिस्ट के वार्षिक वैज्ञानिक सत्र में प्रस्तुत किए गए अध्ययन में पाया गया कि कीटो जैसी डाइट खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है. और इससे दिल संबंधी बिमारियों का जोखिम दोगुना होता है जैसे कि सीने में दर्द, धमनियां ब्लॉक होना, या हार्ट स्ट्रोक आदि.

बढ़ता है LDL कोलेस्ट्रॉल का जोखिम 
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ हार्ट लंग इनोवेशन एंड द हेल्दी हार्ट प्रोग्राम प्रिवेंशन क्लिनिक में साइंटिस्ट, डॉ लुलिया लटन ने कहा, "हमारे अध्ययन में पाया गया कि इस डाइट में कम कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट होने से इसका नियमित सेवन एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के बढ़े हुए स्तर से जुड़ा था, जिसे खराब कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों के उच्च जोखिम के रूप में भी जाना जाता है.

क्या कहती है रिपोर्ट
कम कार्बोहाइड्रेट और उच्च वसा वाली LCHF डाइट जैसे कीटो डाइट, कार्बोहाइड्रेट की खपत को प्रतिबंधित करते हैं जो शरीर में ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत हैं. डॉ. लटन का कहना है कि LCHF डाइट में कार्ब्स से कुल दैनिक कैलोरी का 25% तो वहीं फैट्स से 45% तक मिलता है. वहीं, कीटो डाइट के समर्थक आम तौर पर कार्बोहाइड्रेट को कुल दैनिक कैलोरी का 10%, प्रोटीन को 20 से 30% तक सीमित करने और फैट से दैनिक कैलोरी का 60 से 80% प्राप्त करने का सुझाव देते हैं.

यूके के नागरिकों पर की गई स्टडी  
शोध दल ने कम से कम 10 दिनों तक यूके में रहने वाले आधे मिलियन से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया. सभी प्रतिभागियों ने एक प्रश्नावली को भरा और अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच कराई.

डॉ लाटन कहते हैं, "कीटो जैसी डाइट लेने वालों में  हमने पाया कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल या खराब कोलेस्ट्रॉल के उच्चतम स्तर वाले लोगों को कार्डियोवस्कुलर बिमारी होने का उच्चतम जोखिम था और हमारी रिसर्च बताती है कि जो लोग कीटो जैसी डाइट पर जाने का विचार कर रहे हैं उन्हें जागरूक होना चाहिए ऐसा करने से उनके खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हो सकती है."