चीनी का सेवन करना कई रूपों में सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक माना जाता है. बहुत से लोगों ने चीनी के दुष्प्रभावों से बचने के लिए उसकी जगह पर गुड़ का सेवन करना शुरू कर दिया है. बहुत से लोग चीनी की तुलना में गुड़ को ज्यादा फायदेमंद मानते हैं. लेकिन इन दोनों में से कौन सेहत के लिए अच्छा है, आइये जानते हैं.
दोनों के बनने का प्रोसेस अलग-अलग
चीनी और गुड़ दोनों ही गन्ने से ही बनते हैं. बस इन्हें बनाने का तरीका अलग होता है. लेकिन चीनी के मुकाबले गुड़ के ज्यादा फायदे है. गुड़ पूरी तरह से ऑर्गेनिक होता है, वहीं चीनी को ब्लीचिंग प्रोसेस से बनाया जाता है. जिसके कारण इसके कई जरूरी तत्व खत्म हो जाते हैं. साथ ही चीनी को बनाने के लिए कई रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि गुड़ को इस तरह से नहीं बनाया जाता है. गुड़ को खून की कमी वाले लोगों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसमें आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, कैल्शियम और सेलेनियम मात्रा भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
दोनों का शुगर लेवल पर पड़ता है ये असर
शुगर मरीजों के लिए गुड़ को काफी फायदेमंद बताया जाता है इसके पीछे का कारण ये है कि गुड़ शुगर लेवल को संतुलन करने का कारण बनता है. ये इसके प्रोसेस को धीमा करता है. जिसका लाभ शुगर के मरीजों को मिलता है. जबकि चीनी शुगर के मरीजों के लिए जहर से कम नहीं माना जाता है. ये शुगर लेवल में वृद्धि का कारण बनता है.
गुड़ के सेवन से कई बीमारियों में मिलता है लाभ
चीनी में केवल कैलोरी होती है, जबकि गुड़ में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. गुड़ में खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. जो शरीर के इम्यूनिटी को मजबूत करती है. आयुर्वेद के मुताबिक गुड़ का सेवन करने से अस्थमा, खांसी, सर्दी और छाती में जमाव जैसी सांस की बीमारियों को दूर किया जा सकता है. इसके साथ ही रोजाना गुड़ का सेवन करने से पाचन शक्ति भी मजबूत होती है.