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Success Story: दोस्त को हार्ट-अटैक से खोया तो बना दिया पॉकेट-साइज ECG डिवाइस, शार्क टैंक से मिली फंडिंग, अब कई गुना बढ़ा टर्नओवर

Spandan ECG Device: देहरादून के रजत जैन ने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर स्पंदन नाम का पॉकेट-साइज ECG डिवाइस बनाया है. इस कंपनी का दावा है कि माचिस के साइज वाला पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस दिल में हो रही किसी भी बीमारी का पता लगा सकता है. 

Rajat Jain Rajat Jain
हाइलाइट्स
  • 99 प्रतिशत सटीक है ये डिवाइस 

  • कई लोगों की बचाई जा सकती है जान 

आज के दौर में लगातार दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं. इसी को देखते हुए देहरादून के लड़कों ने एक छोटी ईसीजी मशीन बनाई है. दरअसल, दोस्त की आकस्मिक मृत्यु के बाद रजत जैन ने 4 साल पहले माचिस के आकार का ईसीजी उपकरण बनाया है. 2016 में कार्डियक अरेस्ट में अपने करीबी दोस्त को खोने के बाद, रजत जैन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर स्पंदन बनाया. इस कंपनी का दावा है कि माचिस के साइज वाला पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस दिल में हो रही किसी भी बीमारी का पता लगा सकता है. 

स्पंदन नाम के इस डिवाइस को शार्क टैंक इंडिया से भी फंडिंग मिल चुकी है. ये पोर्टेबल ECG डिवाइस शार्क्स को इतना पसंद आया कि सभी ने इसमें निवेश किया है. शार्क टैंक से कंपनी को 1 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट मिला है. 

कई लोगों की बचाई जा सकती है जान 

द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चार साल पहले, उत्तराखंड के देहरादून के निवासी रजत जैन ने अपने एक दोस्त को कार्डियक अरेस्ट से खो दिया था. ये अचानक हुआ था. जिसके बाद रजत को एहसास हुआ कि ऐसा पहली बार नहीं है कि ये दुर्घटना हुई हो. बल्कि कई लोगों ने ऐसा सामना किया है. देहरादून स्थित सनफॉक्स टेक्नोलॉजीज के मैनेजिंग डायरेक्टर रजत जैन कहते हैं, "कई लोग दिल के दौरे से अपनी जान गंवा चुके हैं. जब हम दूर-दराज के इलाकों या देहरादून जैसे पहाड़ी इलाकों की बात करते हैं तो हालत और भी खराब होती है. प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंचने के लिए मरीजों को कम से कम 40 किमी की यात्रा करनी पड़ती है, और ऐसी जगहों पर ईसीजी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. कभी-कभी, जब तक वे अस्पताल पहुंचते हैं, तब तक वे या तो गिर जाते हैं या इलाज के दौरान और परेशानियों का सामना करते हैं.”

कैसे करता है काम?

इकोनॉमिक्स टाइम्स से बात करते हुए रजत ने बताया कि उत्पाद में केवल तीन इलेक्ट्रोड होते हैं जिन्हें छाती पर रखा जा सकता है और सनफॉक्स के स्पंदन डिवाइस को स्मार्टफोन में ऐप से लिंक किया जाता है. जिसके बाद ये डिवाइस फोन पर ईसीजी सिग्नल भेजता है. रजत कहते हैं, “हमने इसे शिशुओं से लेकर वयस्कों तक और कुछ मामलों में मगरमच्छ जैसे मेमल्स पर भी टेस्ट किया है. ये 99 प्रतिशत सटीक है. हम इसमें दो साल की वारंटी भी देते हैं जो प्रीमियम वियरेबल्स भी नहीं देते हैं.”

इसके लिए सबसे पहले स्पंदन ECG एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होता है. जिसके बाद यूएसबी की मदद से डिवाइस को स्मार्टफोन के साथ कनेक्ट किया जाता है. टेस्ट करते हुए इलेक्ट्रोड्स को फिर छाती पर लगाया जाता है और फिर आपको स्मार्टफोन में अपनी रिपोर्ट मिल जाती है. 

99 प्रतिशत सटीक है ये डिवाइस 

सनफॉक्स की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, स्पंदन की ये ईसीजी मशीन 99.7% सटीक पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस है जो स्मार्टफोन की मदद से घर पर ही दिल की निगरानी कर सकती है. इससे आप अनलिमिटेड ईसीजी टेस्ट ले सकते हैं. स्पंदन पोर्टेबल ईसीजी मॉनिटर उपयोग में आसान और साथ ले जाने में सुविधाजनक है. यह 21 एरिथमिया पैटर्न, 12 हार्ट डिस्फंक्शन और 12 प्रकार के STEMI और इस्किमिया का पता लगा सकता है. 
ये बिलकुल बुखार चेक करने के लिए घर में थर्मामीटर से टेस्ट करने जैसा है. या फिर ब्लड प्रेशर चेक करने जितना आसान.