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मशीन में फंसकर कंधे से कटा बच्चे का हाथ, डॉक्टरों ने 8 घंटे कर सर्जरी कर फिर से जोड़ा

लखनऊ के KGMU अस्पताल में एक बच्चे के कंधे से कटे हाथ को फिर से जोड़कर डॉक्टर्स ने कमाल कर दिया है. अस्पताल की तेजी और डॉक्टरों की सूझ-बूझ से इस बच्चे का हाथ बच गया.

KGMU Hospital doctors did surgery KGMU Hospital doctors did surgery
हाइलाइट्स
  • मशीन में फंसकर कटा हाथ

  • माइक्रोवस्कुलर तकनीक से हुआ ऑपरेशन 

लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल ने एक बार फिर कारनामा कर दिखाया है. अस्पताल में एक बच्चे के हाथ को कंधे के कट जाने के बाद फिर से जोड़ा गया है और वह भी सफलतापूर्वक. हालांकि, यह सर्जरी आसान नहीं थी. ऑपरेशन पूरे 8 घंटे तक चला और मरीज अब रिकवरी पर है. 

मशीन में फंसकर कटा हाथ
अमेठी के रहने वाले 14 वर्षीय शिवांश का दाहिना हाथ तेल निकालने की मशीन में फंस जाने के बाद कंधे से अलग होकर पूरी तरीके से कट गया था. घटना के तुरंत बाद परिजन बच्चे को लेकर अमेठी स्थित पास के मुंशीगंज अस्पताल पहुंचे. यहां पर डॉक्टरों ने तत्काल बच्चे के कटे हुए हाथ को बर्फ में लपेट दिया और परिजनों से बिना देरी किए लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल जाने को कहा. 

शिवांश को लेकर परिजन केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचे तो इमरजेंसी डॉक्टर्स ने उनका इलाज शुरू किया. प्राथमिक उपचार के बाद प्लास्टिक सर्जरी विभाग से संपर्क किया गया. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि मरीज कंधे के नीचे से पूरी तरीके से अलग और कटे हुए हाथ के साथ केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचा था.  

माइक्रोवस्कुलर तकनीक से हुआ ऑपरेशन 
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ विजय कुमार की निगरानी और नेतृत्व में मरीज के हाथ की सफाई शुरू की गई और फिर उसके बाद रिप्लांटेशन (REPLANTATION) की तैयारी की गई. रिप्लांटेशन से पहले मरीज को एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की निगरानी में बेहोश किया गया और फिर माइक्रोवस्कुलर तकनीकी के द्वारा जटिल ऑपरेशन को किया गया. 

डॉक्टर सुधीर ने बताया कि ऑपरेशन तकरीबन 8 घंटे तक चला. इस दौरान मरीज को 3 यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया क्योंकि हाथ कटने के बाद खून काफी बह चुका था. फिलहाल ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. डॉक्टर सुधीर ने आगे बताया कि हाथ में ब्लड सर्कूलेशन होने लगा है. मरीज को अब फिजियोथैरेपी दी जा रही है. 

बचाए जा सकते हैं कटे हुए अंग
डॉक्टर सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी हादसे में हाथ की उंगलियां या हाथ कट जाए तो तुरंत उसे साफ कपड़े से बांध लेना चाहिए और फिर ठंडे बर्फ या पानी में रख लेना चाहिए, ताकि रिप्लांटेशन आसानी से और सफलतापूर्वक किया जा सके. डॉक्टर सुधीर बताते हैं कि 6 से 8 घंटे के बीच यदि कटे हुए हाथ या उंगली को ऐसे अस्पताल में ले जाएं जहां रिप्लांटेशन की व्यवस्था है तो उंगली और हाथ फिर से अच्छी तरीके से जुड़ जाते हैं. 

(सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट)