हर कोई चाहता है कि वह फिट रहे. ऐसे में सभी अपना अलग-अलग डाइट प्लान और रूटीन बनाते हैं. ठीक ऐसे ही एक्टर मनोज बाजपेयी ने हाल ही में अपनी फिटनेस स्ट्रेटेजी के बारे में बताया है. उन्होंने अपने इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent fasting routine) के बारे में बताया है. मनोज बाजपेयी ने बताया है कि वे रात का खाना नहीं खाते हैं. उन्होंने पिछले 14 साल से डिनर नहीं किया है. वे अपनी आखिरी मील दोपहर 3 बजे तक खत्म कर लेते हैं. उनका कहना है कि इससे उन्हें अपने वजन मैनेज करने और हेल्दी रहने में मदद मिलती है.
क्या हर कोई कर सकता है रात का डिनर स्किप?
मैसूर की डायटीशियन एक्सपर्ट काव्या जे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस डाइट को करते हुए काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. उनका सुझाव है कि आठ घंटे की खाने वाली इस डाइट को केवल किसी एक्सपर्ट की निगरानी में करना चाहिए. हालांकि, अगर आप किसी तरह की मेडिकल समस्या से गुजर रहे हैं तो आपको इसे नहीं करना चाहिए. काव्या कहती हैं कि इस रूटीन को फॉलो करते हुए जरूरी है कि सभी तरह के पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल किया जाए.
रात का खाना न छोड़ने के प्रभाव
रात का खाना छोड़ने से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है और शुरुआत में आपको अपनी एनर्जी में कमी महसूस हो सकती है. आपको अपने शरीर में कमजोरी लग सकती है. ब्लड शुगर लेवल में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण डायबिटीज वाले व्यक्तियों को ऐसा न करने की सलाह दी जाती है. डायटीशियन काव्या रात का खाना छोड़ने की शुरुआत में सोने में आने वाली चुनौतियों के बारे में चेतावनी देती हैं. लंबे समय तक उपवास करने से क्रेविंग्स, ज्यादा खाना खाने और एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने में मुश्किलें हो सकती हैं. ज्यादा शुगर खाने से स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को बढ़ा सकता है, जो संभावित रूप से ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकता है. काव्या क्रेविंग्स को रोकने के लिए रात के खाने के समय सूप या उबली हुई सब्जियां खाने की सलाह देती हैं.
वजन घटाना और व्रत का कोई लिंक है?
दरअसल, रात का खाना छोड़ने से थोड़े समय के लिए वजन कम हो सकता है, लेकिन इस प्रैक्टिस को जारी रखने के लिए अनुशासन और न्यूट्रिशन कंट्रोल करने की जरूरत होती है. अनियमित भोजन से शरीर में कमजोरी हो सकती है. इससे मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है और वजन कम करना और भी मुश्किल हो जाता है. वहीं, बुजुर्गों के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकता है.