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पुरुषों को होता है इन तीन कैंसरों का सबसे ज्यादा खतरा, समय से पहले जान लें इनके लक्षण और बचाव

पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना उम्र के साथ बढ़ती जाती है, जहां कैंसर 60 साल की उम्र के बाद सबसे आम है, वहीं अब यह युवाओं में भी पाया जा रहा है. अगर आपको भी पेशाब करने के दौरान इस तरह की समस्याएं होती हैं तो जांच कराना जरूरी है.

पुरुषों को होता है इन तीन कैंसरों का सबसे ज्यादा खतरा पुरुषों को होता है इन तीन कैंसरों का सबसे ज्यादा खतरा
हाइलाइट्स
  • पुरुषों को ब्लैडर कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा

  • पेशाब से खून निकलने पर कराएं तुरंत जांच

कैंसर सबसे घातक बीमारियों में से एक है, जो 2020 में दुनिया भर में लगभग 10 मिलियन मौतों का कारण है. अगर समय पर इसका पता चल जाए तो इसे कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है. कैंसर के लक्षण अक्सर अस्पष्ट होते हैं, और इसलिए अगर आपको एक भी लक्षण महसूस हो रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से जांच कराने की जरूरत है. महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी इन तीन कैंसरों के सबसे ज्यादा शिकार होते हैं. 

प्रोस्टेट कैंसर (PROSTATE CANCER)

पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना उम्र के साथ बढ़ती जाती है, जहां कैंसर 60 साल की उम्र के बाद सबसे आम है, वहीं अब यह युवाओं में भी पाया जा रहा है. धूम्रपान करने वालों के लिए कैंसर का खतरा दोगुना हो जाता है. प्रोस्टेट ग्लैंड पुरुषों में यूरिनरी ब्लैडर के ठीक नीचे स्थित होती है और उनके शरीर में यूरिन फ्लो को कंट्रोल करने में मदद करती है. हालांकि, इसके लक्षण आसानी से नजर नहीं आते हैं. 

लक्षण : रात में कई बार पेशाब आना, अचानक पेशाब का फ्लो कम हो जाना, पेशाब होने के बाद पेशाब जैसा लगना प्रॉस्टेट कैंसर के लक्षण हैं. अगर आपके पेशाब के साथ खून निकल रहा है तो आपको तुरंत टेस्ट कराने की जरूरत है. 

ब्लैडर कैंसर (BLADDER CANCER)

रोसवेल पार्क कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ब्लैडर कैंसर होने का खतरा चार गुना ज्यादा होता है, जबकि लक्षण प्रोस्टेट कैंसर के समान दिखते हैं, यूरिनरी ब्लैडर का कैंसर प्रोस्टेट की तुलना में कम गंभीर होता है. शुरुआत में ब्लैडर कैंसर का इलाज किया जा सकता है और इसमें जीवित रहने की संभावना ज्यादा होती है. 

लक्षण : इसका सबसे बड़ा लक्षण है आपको पेशाब से बार-बार खून आना. पेशाब करने के बाद दर्द होना. कभी-कभी यूरिन में जलन होना. 

फेफड़ों का कैंसर (LUNG CANCER)

पुरुषों में महिलाओं की तुलना में तंबाकू उत्पादों का सेवन करने की अधिक संभावना है. इससे उन्हें फेफड़ों के कैंसर यानी लंग कैंसर होने का खतरा अधिक होता है. फेफड़े का कैंसर आमतौर पर अधिक धूम्रपान याअनहेल्दी एनवायरनमेंट में रहने से होता है.यह दिमाग और शरीर के लिम्फ नोड्स या अन्य अंगों में फैल सकता है. 

लक्षण - लंबे वक्त तक खांसी रहना. छाती में दर्द होने के साथ ही सांस लेने में दिक्कत होना, लगातार वजन कम होना, हर संमय थकान महसूस करना. 

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