माहवारी के समय इस्तेमाल किए जाने वाले सैनिटरी नैपकिन और टैंपून आदि हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं. डाउन टू अर्थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नॉन-बायोडिग्रेबल प्लास्टिक से बने सैनिटरी नैपकिन को पूरी तरह से डीकंपोज होने के लिए लगभग 500 से 800 साल का समय लगता है. साथ ही, हर दो या तीन महीने में लड़कियों और महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन खरीदने पड़ते हैं.
इसलिए पिछले कुछ सालों से लोगों के बीच मेंस्ट्रुअल कप को लेकर जागरूकता बढ़ी है. क्योंकि यह वन-टाइम इंवेस्टमेंट है और पर्यावरण के लिए सुरक्षित भी है.
क्या है मेंस्ट्रुअल कप
मेंस्ट्रुअल कप एक छोटा कप के आकार का डिवाइस है जिसे पीरियड्स के दौरान सैनिटरी नैपकिन या टैंपून की जगह इस्तेमाल किया जाता है. माहवारी के समय निकलने वाला ब्लड इसमें इकट्ठा होता है. जिसे कुछ घंटो के अंतराल पर टॉयलेट में डिस्पोज करके मेंस्ट्रुअल कप को फिर से इस्तेमाल में लिया जा सकता है.
आज भारत में बहुत सी लड़कियां मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल कर रही हैं. जिससे न सिर्फ पर्यावरण का भले हो रहा है बल्कि हर दूसरे-तीसरे महीने होने वाला सैनिटरी नैपकिन का खर्च भी नहीं है. एक सामाजिक संगठन के साथ काम करने वाली नेहा बताती हैं कि वह लगभग एक साल से मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल कर रही हैं. और उन्हें कोई परेशानी नहीं है. हालांकि, मेंस्ट्रुअल कप को लेकर बहुत सी लड़कियों के मन में आज भी की सारे सवाल और मिथक हैं.
अगर मेंस्ट्रुअल कप अंदर रह गया तो?
नेहा ने बताया कि मेंस्ट्रुअल कप को लगाना बहुत आसान है. इसे लगाते समय या निकालते समय किसी तरह का कोई दर्द नहीं होता है. आपको बस इसे ऊपर की तरफ से हल्का-सा मोड़ना है और लगाना है. मेंस्ट्रुअल कप अपने आप कभी नहीं निकलता है. इसे आपको खुद निकालना पड़ेगा और न ही यह अंदर रह जाएगा. किसी भी तरह की कोई भी गतिविधि करने से यह अंदर-बाहर नहीं आता है.
इसके अलावा, एक सीनियर गायनोकोलॉजिस्ट, डॉ. अर्चना शाह का कहना है कि बहुत सी लड़कियों को लगता है कि मेंस्ट्रुअल कप लगाना सुरक्षित नहीं है. जबकि यह सबसे ज्यादा सुरक्षित है. इसे लगाने से न तो वर्जिनिटी लूज होती है और न ही टॉयलेट जाते समय आपको इसे निकालने की जरूरत पड़ती है. इसे किसी भी उम्र की लड़की या महिलाएं इस्तेमाल में ले सकती है. हालांकि, मेंस्ट्रुअल कप खरीदते समय इसके साइज पर ध्यान दें.
अगर आपको बहुत ज्यादा फ्लो होता है तो मीडियम या बड़ा साइज लें. इसे इस्तेमाल करते समय इन बातों पर गौर करें: