कई देशों में मंकीपॉक्स (MonkeyPox) के केसों को देखते हुए योगी सरकार ने इस संक्रमण को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं. प्रदेश में भले ही मंकीपॉक्स का अभी कोई भी मरीज नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से अलर्ट है. जिसके तहत पीएचसी-सीएचसी के प्रभारियों को सतर्कता बरतते हुए मरीज मिलने पर तुरंत ही सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज में दस बेड का वार्ड बनाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मरीज मिलने पर तत्काल प्रभाव से भर्ती कर इलाज किया जा सके.
स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में बरत रही है सतर्कता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में सावधानी बरते जाने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने आला अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार आदि के बारे में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि संदिग्ध लक्षण वाले लोगों के रक्त आदि की जांच कराएं. भले ही अभी मंकी पॉक्स को लेकर कोई केस सामने नहीं आया हो, पर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में पूरी सतर्कता बरत रही है. साथ ही विभाग की ओर से राजकीय मेडिकल कॉलेज में दस बेड का वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
लक्षण व इलाज के लिए एडवाइजरी भी हुई जारी
कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में तेजी से फैल रहे मंकी और चिकन पॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लक्षण एवं इलाज के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. शासकीय सहित निजी अस्पतालों में इलाज के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब भेजे जाएंगे.