देश में ट्रांसजेंडर को कोई परेशानी न हो इसके लिए आए दिन कई नए अलग-अलग कदम उठाए जा रहे हैं. अब इसी कड़ी में केंद्र सरकार अंब्रेला योजना स्माइल (SMILE) के जरिए इन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए रोडमैप तैयार कर रही है. आयुष्मान ट्रांसजेंडर स्वास्थ्य बीमा के तहत सर्जरी से लेकर स्कॉलरशिप की मदद और ट्रांसजेंडर बच्चों के एडमिशन और पढ़ाई को सपोर्ट करने तक सभी चीजें कवर करने की कोशिश की जा रही है.
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए जारी होगा आयुष्मान टीजी हेल्थ कार्ड
इस स्कीम उद्देश्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के पुनर्वास और भीख मांगने में लगे लोगों को इससे छुटकारा दिलाना है. अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय आयुष्मान टीजी हेल्थ कार्ड जारी करने के लिए बेहतर तौर-तरीकों पर काम कर रहा है और इसके एक महीने में शुरू होने की उम्मीद है. बता दें, नवंबर 2020 में भी एक स्कीम लॉन्च की गई थी, जिसमें ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को राष्ट्रीय पोर्टल से जोड़ा गया था.
मिलेगा 5 लाख का बीमा कवर
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि "आयुष्मान भारत” के के तहत इस पैकेज में जेंडर री-अफर्मेशन सर्जरी यानि दोबारा लिंग पुष्टि के लिए सर्जरी उपलब्ध होगी. इस योजना के तहत ट्रांसजेंडर व्यक्ति को हर साल 5 लाख रुपये का बीमा कवर प्दिया जाएगा.
क्या होगा हेल्थ पैकेज में शामिल?
इस हेल्थ पैकेज में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए संक्रमण संबंधी स्वास्थ्य देखभाल के सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जिसमें हार्मोन थेरेपी के लिए कवरेज, ऑपरेशन के बाद की औपचारिकताओं को शामिल करते हुए सेक्स री-अफर्मेशन सर्जरी शामिल है, जिसे निजी और सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में करवाया जा सकेगा.
ट्रांसजेंडर छात्रों को मिलेगी 13,500 रु. तक की स्कॉलरशिप
बच्चों को शिक्षा के दायरे में लाने के लिए व्यापक पहुंच के हिस्से के रूप में, योजना के तहत नौवीं कक्षा और ग्रेजुएशन स्तर तक के ट्रांसजेंडर छात्रों को उनकी शिक्षा पूरी करने में सक्षम बनाने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी. ट्रांसजेंडर छात्रों को पोस्ट-मैट्रिक / प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप के रूप में 13,500 रुपये दिए जाएंगे. योजना के तहत युवाओं और वयस्कों को स्किल ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सहित रोजगार के अवसरों से जोड़ा जाएगा.
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