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Explainer: भारत पहुंचा ओमिक्रॉन, कितना हो सकता है खतरनाक, किस तरह कर सकते हैं बचाव, जानिए...

पिछले कई दिनों से कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ पर चर्चा चल रही है. हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रिपोर्ट दी थी कि ओमिक्रॉन कोविड-19 वेरिएंट 31 देशों में फैल चुका है. और अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है. कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके बारे में जानकारी दी. वहीं, गुजरात में भी एक बुजुर्ग को संदिग्ध ओमिक्रॉन केटेगरी में रखा गया है. ऐसे में बहुत जरुरी है कि सभी नागरिक सावधानी बरतें.

Omicron in India Omicron in India
हाइलाइट्स
  • कर्नाटक में हुई दो ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि

  • डेल्टा से ज्यादा संक्रामक है ओमिक्रॉन वेरिएंट

  • बाहर निकलते समय हमेशा पहनें मास्क

पिछले कई दिनों से कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ पर चर्चा चल रही है. हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रिपोर्ट दी थी कि ओमिक्रॉन कोविड-19 वेरिएंट 31 देशों में फैल चुका है. और अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है. 

कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके बारे में जानकारी दी. वहीं, गुजरात में भी एक बुजुर्ग को संदिग्ध ओमिक्रॉन केटेगरी में रखा गया है. बताया जा रहा है कि देश में मिले ओमिक्रॉन के सबसे पहले इन दो मरीजों में एक 66 वर्षीय विदेशी है, जो पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका से लौटा है. 

दूसरा मरीज, बेंगलुरु में मिला है और एक स्वास्थ्य कर्मचारी है. कोरोना पॉजिटिव होने के बाद दोनों मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे और इसके बाद इनके ओमिक्रॉन पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई. इन दोनों मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजे गए हैं. 

क्या हैं ओमिक्रॉन के लक्षण: 

कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में हुई है. इस वेरिएंट पर WHO सहित अलग-अलग देशों के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं. देश में ICMR की तरफ बताया गया है कि कोरोना का यह वेरिएंट डेल्टा से पांच गुना ज्यादा संक्रामक हो सकता है. 

31 देशों में ओमिक्रॉन के 300 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. हालांकि, देश और दुनिया भर में अब तक ओमिक्रॉन के किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नोटिस नहीं किए गए हैं. लेकिन फिर भी सभी स्वास्थ्य संगठनों की हिदायत है कि पूरी सावधानी बरती जाए. क्योंकि छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है. 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन या पहले हुए कोरोना से बनी इम्युनिटी बेअसर है. WHO का कहना है कि ओमिक्रॉन के बहुत ज्यादा लक्षण अभी तक सामने नहीं आए हैं. लेकिन दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले इस वेरिएंट की पहचान करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक इसके लक्षण डेल्टा वेरिएंट से अलग हैं. 

उनका कहना है कि ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीजों में देखे जा रहे लक्षणों में, मांसपेशियों में दर्द, हल्का बुखार, गले में खराश, बहुत ज्यादा थकान, सिरदर्द आदि शामिल हैं. इसके अलावा कुछ लोगों में हो सकता है कि कोई लक्षण नजर न आए. साथ ही, कोरोना के अन्य वेरिएंट के जैसे ओमिक्रॉन पॉजिटिव होने पर मरीजों की सूंघने और स्वाद की क्षमता नहीं जाती है. 

लेकिन बरतनी होगी सावधानी: 

भले ही फिलहाल जो भी मरीज ओमिक्रॉन पॉजिटिव हैं, उनके हल्के लक्षण दिख रहे हैं. लेकिन जरा सी लापरवाही हालातों को बिगाड़ सकती है. इसलिए WHO द्वारा सभी देशों को यह सलाह दी जा रही है कि वे इस वेरिएंट को हल्के में न लें और प्रशासन व नागरिकों द्वारा पूरी सावधानी बरती जाए. 

ICMR के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि ओमिक्रॉन से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. फिलहाल देश में लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है लेकिन सभी राज्यों को सतर्क और हर तरह की स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है. 

इन बातों का रखें ख्याल:

  • सबसे पहले तो सभी नागरिकों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है. बिना मास्क पहले घर से बाहर न निकलें और बाहर जब तक जरूरत न हो अपना मास्क न हटाएं. 
  • सोशल डिस्टैन्सिंग फॉलो करें. मतलब कि घर के बाहर हमेशा एक-दूसरे से लगभग एक मीटर की दूरी बनाए रखें. 
  • नियमित अंतराल पर हाथ धोते रहें और बाहर निकलते समय अपने साथ हैंड सैनिटाइजर रखें. 
  • वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाएं.
  • भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.
  • थोड़ा भी संदेह होने पर खुद को क्वारंटाइन करें और कोरोना टेस्ट कराएं.

इसके अलावा, अभी भारत में वैक्सीन की बूस्टर डोज़ के लिए स्टडी की जा रही है. और आगे की स्थिति को देखते हुए इस पर फैसला लिया जाएगा.

हालांकि, देश में दो ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है. बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एयरपोर्ट्स पर हो रही टेस्टिंग का रिव्यु करेंगे. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मीटिंग भी की जाएगी ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके.