ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स को लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक परेशान हैं. यूं तो ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट बहुत तेजी से फैलते हैं लेकिन ये पिछले सभी कोविड-19 वेरिएंट्स से कम खतरनाक हैं. अब इज़राइल के एक डॉक्टर द्वारा किए गए ट्वीट्स की एक सीरीज ने कोरोना वायरस पर नजर रख रहे वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स को चिंता में डाल दिया है. तेल हाशोमर में शेबा मेडिकल सेंटर में सेंट्रल वायरोलॉजी लैबोरेटरी के डॉ. शाय फ्लीशोन (Shay Fleishon) ने BA.2.75 सब-वेरिएंट को बहुत खतरनाक बताया है.
85 सीक्वेंस में मुख्य भारत से हैं
डॉ. शाय फ्लीशोन ने ट्वीट कर कहा कि अभी तक 85 सीक्वेंस अपलोड किए गए हैं. इनमें से अधिकतर मुख्य रूप से भारत से हैं. इसमें भारत के 10 राज्य शामिल हैं और 7 अन्य देशों हैं. हालांकि, अभी तक कोई भी ट्रांसमिशन भारत के बाहर वाले सीक्वेंस का ट्रैक नहीं किया गया है.
किस राज्य में इस वेरिएंट के कितने मामले?
डॉ. शाय ने इन केस का ब्योरा देते हुए कहा कि 2 जुलाई 2022 तक महाराष्ट्र में 27 मामले सामने आए हैं. पश्चिम बंगाल में 13, दिल्ली, जम्मू और यूपी में 1-1, हरियाणा में 6, हिमाचल में 3, कर्नाटक में 10, मध्य प्रदेश में 5 और तेलंगाना में 2 मामले सामने आए हैं. भारत में नए सब-टाइप के कुल 69 मामले देखे गए हैं.
जीनोमिक डेटा पर ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म नेक्स्टस्ट्रेन का कहना है कि भारत के अलावा, 7 अन्य देशों में नए वेरिएंट्स मिलने की सूचना मिली है.
क्या ये खतरनाक है?
शाय फ्लीशोन ने ट्विटर पर लिखा है कि ऐसा पहली बार है कि दूसरी जनरेशन के वेरिएंट उस क्षेत्र के बाहर भी अन्य देशों में फैले हैं जहां उनके बारे में पता लगाया गया था. अब उन्हें डर है कि कहीं ये सब-वेरिएंट भारत के लिए खतरनाक साबित न हो. उन्होंने कहा, "क्या BA.2.75 अगला डोमिनेंट वेरिएंट होगा? यह अभी बोलना जल्दबाजी होगा. क्या BA.2.75 खतरनाक है? हां. क्योंकि यह आने वाला ट्रेंड के बारे में हमें बता रहा है.”