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नवजात शिशुओं के ओमिक्रॉन से बचाव के लिए माता-पिता को बरतनी होगी सावधानी, इन बातों का रखें ख्याल

बड़े बच्चों की तुलना में नवजात बच्चों को कोरोना का ज्यादा खतरा है. क्योंकि नवजात शिशुओं में इम्यून सिस्टम परिपक्व तौर पर विकसित नहीं हुआ होता है. इसलिए उन्हें  बीमारी लगने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर किसी के घर में नवजात शिशु है तो उन्हें बहुत ही ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है. 

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हाइलाइट्स
  • माता-पिता को बरतनी होगी सावधानी

  • बच्चे के कमरे में हो अच्छा वेंटिलेशन

बड़े बच्चों की तुलना में नवजात बच्चों को कोरोना का ज्यादा खतरा है. क्योंकि नवजात शिशुओं में इम्यून सिस्टम परिपक्व तौर पर विकसित नहीं हुआ होता है. इसलिए उन्हें  बीमारी लगने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर किसी के घर में नवजात शिशु है तो उन्हें बहुत ही ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है. 

हालांकि ओमिक्रॉन के लक्षण बहुत खतरनाक नहीं हैं लेकिन फिर भी आपको रिस्क नहीं लेना चाहिए. और जितना हो सके अपने बच्चे को सुरक्षित रखें.

माता-पिता को बरतनी होगी सावधानी: 

नवजात बच्चों को सबसे पहली देखभाल अपने माता-पिता से मिलती है. इसलिए माता-पिता के लिए बहुत जरुरी हो जाता है कि वे हर पल सावधानी बरतें. सबसे पहले माता-पिता को बच्चे के आसपास हमेशा मास्क पहनकर रखना चाहिए.

माता-पिता का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका हो और उन्हें अपने बच्चे को भी फ्लू का टीका लगवा देना चाहिए. अगर माता-पिता में से किसी एक को भी खांसी, जुकाम, बुखार या थकान जैसे लक्षण हैं तो उन्हें तुरंत चेकअप करवाना चाहिए और बच्चे से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखनी चाहिए.    

बच्चे के कमरे में हो अच्छा वेंटिलेशन:

अपने नवजात बच्चे को आप उसी कमरे में रखें जहां अच्छा वेंटिलेशन हो. घुटन भरे कमरे में बच्चे को नहीं रखना चाहिए. और गलती से भी बच्चे को किसी दोस्त, पड़ोसी या रिश्तेदार के घर न लेकर जाएं. खुद भी दूसरों के घर या घर से बाहर जाने से बचे.

जितना हो सके घर में ही रहें और बाहर जाते समय मास्क अच्छे से पहनें और साथ में हमेशा हैंड सैनिटाइजर रखें या हाथों को साबुन से धोते रहें. पब्लिक में दो गज दूरी का सदैव ध्यान रखें. साथ ही किसी और को भी अपने घर में न आने दें या फिर बच्चे के आसपास न आने दें. 

इसके बावजूद अगर आपको या बच्चे को किसी तरह के लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं ताकि समय पर ट्रीटमेंट हो सके.