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अमेरिका में बढ़ रहे Parvovirus B19 के मामले, जानें क्या है ये Slapped Cheek नाम की बीमारी 

पार्वोवायरस बी19 एक सामान्य वायरस है. इससे ज्यादातर प्रेग्नेंट महिलाओं को और ब्लड डिसऑर्डर वाले लोगों को खतरा होता है. इससे बचने के लिए लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी गई है. हाइजीन का ध्यान रखकर और बीमार व्यक्तियों के पास ना जाकर  आप इससे खुद को बचा सकते हैं. 

Slapped Cheek (Photo: Social Media) Slapped Cheek (Photo: Social Media)
हाइलाइट्स
  • कई लोगों में नहीं दिखते इसके लक्षण 

  • इसकी नहीं है कोई वैक्सीन 

अमेरिका में पिछले कुछ दिनों में पार्वोवायरस बी19 (Parvovirus B19) के मामले बढ़ रहे हैं. इस बीमारी को "स्लैप्ड चीक” (slapped-cheek) के नाम से भी जाना जाता है. स्लैप्ड चीक में गाल पर दाने हो जाते हैं. डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इसे लेकर हेल्थ अलर्ट भी जारी कर दिया है. हालांकि, इस वायरस को लेकर अभी ज्यादा निगरानी नहीं की जा रही है, लेकिन कई संकेत बताते हैं कि Parvovirus B19 पूरे देश में काफी फैल रहा है.

डॉक्टरों ने विशेष रूप से दो कमजोर समूहों को इससे बचने की सलाह दी है. इसमें प्रेग्नेंट महिलाएं और ब्लड डिसऑर्डर वाले लोग शामिल हैं.  जून 2024 तक, लैब डेटा ने संकेत दिया कि अमेरिका की लगभग 10% आबादी ही ऐसी है जिनमें पार्वोवायरस बी19 के खिलाफ एंटीबॉडी बनी हैं. 5 से 9 साल की उम्र के लगभग 40% बच्चों में संक्रमित होने के लक्षण दिखाई दिए हैं.

क्या है पार्वोवायरस बी19?
पार्वोवायरस बी19 को अक्सर "पांचवीं बीमारी" (fifth disease) कहा जाता है. ये एक सामान्य वायरस है जो बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है. इस बीमारी में बच्चों की स्किन पर लाल दाने हो जाते हैं. यह वायरस सबसे ज्यादा सर्दी के आखिर, वसंत और गर्मियों की शुरुआत में फैलता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, पार्वोवायरस बी19 का मिनी-प्रकोप लगभग हर तीन से चार साल में होता है.

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अमेरिका जैसे विकसित देशों में, ज्यादातर लोगों को अपने जीवन में किसी न किसी समय, विशेष रूप से बचपन के दौरान, पार्वोवायरस बी19 का सामना करना पड़ता है. सीडीसी की रिपोर्ट कहती है कि पांच साल की उम्र तक 10% तक बच्चे इस वायरस की चपेट में आ चुके होते हैं. 20 साल की उम्र तक, लगभग आधी आबादी संक्रमित हो चुकी होती है, और 40 साल की उम्र तक, लगभग 70% लोग वायरस के संपर्क में आ चुके होते हैं.

हालांकि, Parvovirus B19 केवल इंसानों को संक्रमित करता है. पालतू जानवरों को जो वायरस प्रभावित करता है उसे Parvovirus कहते हैं. यह वायरस सांस से फैलता है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकलती है. 

कई लोगों में नहीं दिखते इसके लक्षण 
Parvovirus B19 से संक्रमित कई लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं. हालांकि, कुछ लोगों में लक्षण दिखाई देते हैं. शुरुआती लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, खांसी, गले में खराश शामिल हो सकती है.

जैसे-जैसे इंफेक्शन बढ़ता है, बच्चों के चेहरे पर दाने दिखने लगते हैं. इसे ही स्लैप्ड चीक का जाता है. केवल ये दाने ही नहीं बल्कि इसके साथ जोड़ों में दर्द, छाती और पीठ में दर्द, पैरों में दर्द भी हो सकता है. हालांकि, ये लाल दाने आमतौर पर 7 से 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं, लेकिन यह रुक-रुक कर कई हफ्तों में दोबारा हो सकते हैं.

वयस्कों में ये लक्षण 1 से 3 सप्ताह तक रह सकते हैं. जोड़ों का दर्द आमतौर पर वयस्कों में ज्यादा देखा जाता है. 

सबसे ज्यादा किसे खतरा है?
अधिकतर लोग पार्वोवायरस बी19 से ठीक हो जाते हैं. लेकिन कुछ लोगों को इससे बचने की खास सलाह दी जाती है. इनमें प्रेग्नेंट महिला, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग और ब्लड सेल्स डिसऑर्डर वाले लोग शामिल हैं. 

गर्भवती महिलाओं में Parvovirus B19 संभावित रूप से पेट में पल रहे बच्चे को प्रभावित कर सकता है. बच्चे में एनीमिया या कई दूसरी बीमारियां हो सकती हैं. वहीं ब्लड डिसऑर्डर वाले लोगों में क्रोनिक एनीमिया हो सकता हैं.   

इसकी नहीं है कोई वैक्सीन 
वर्तमान में Parvovirus B19 के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. इसके लिए सबसे प्रभावी उपायों में नियमित रूप से हाथ धोना, दरवाजे के हैंडल की सफाई करना और किसी भी बीमार व्यक्ति के साथ पास जाने से बचना शामिल है.

जो लोग वायरस से संक्रमित होते हैं, उनके लिए उपचार के रूप में इसके लक्षणों को कम करने पर ध्यान दिया जाता है. इसमें बुखार को कम करने और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए आराम, हाइड्रेशन और ओवर-द-काउंटर दवाएं शामिल हो सकती हैं. इससे बचने के लिए लोगों को सुझाव दिया है कि वे मास्क पहनें.