ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है. भारत में हर चौथे इंसान को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है. एक अनुमान के मुताबिक, साल 2025 तक ये संख्या 1.56 बिलियन तक पहुंच सकती है. अब इसी कड़ी में एक नई स्टडी सामने आई है जिसके मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन से कोरोना होने का खतरा दोगुना हो सकता है. और सबसे जरूरी बात कि वैक्सीन की दोनों डोज और बूस्टर डोज लगने के बाद भी इसका खतरा कम नहीं होता है. बीपी की समस्या के साथ कोविड-19 मरीज का अस्पताल में भर्ती होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
900 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किया गया रिसर्च में शामिल
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में हाइपरटेंशन के बारे में लिखा गया है. बता दें, ये रिसर्च 912 कोविड-पॉजिटिव मरीजों पर की गई. इस रिसर्च में उन मरीजों को शामिल किया गया था जिन्हें दिसंबर 2021 से अप्रैल 2022 के बीच में कोरोना हुआ था. बता दें इन सभी को पूरी तरह से एक कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज और बूस्टर डोज लग चुकी थी.
क्या आया रिसर्च में सामने?
रिसर्च में पाया गया कि इन सभी लोगों में से लगभग 16% रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत थी और उनमें से 86.2% को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी. दूसरे शब्दों में, हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन वाले व्यक्तियों को नार्मल बीपी वाले लोगों की तुलना में 2.6 गुना अधिक अस्पताल में रहने और देखभाल की आवश्यकता थी. जो लोग किडनी या दिल से जुड़ी समस्याओं का पहले से ही सामना कर रहे थे ऐसे लोगों की हालत गंभीर या उन्हें अस्पताल में भर्ती होने का अधिक खतरा है. इसके साथ ही बुजुर्ग लोगों को भी इससे खतरा है.
प्रमुख लेखक जोसेफ ई. एबिंगर कहते हैं कि इस स्टडी से पता है चलता है कि कई बार जिन लोगों को हम ज्यादा रिस्क में समझते हैं उन्हें बीमारियों से ज्यादा खतरा नहीं होता है. बल्कि, उन लोगों को ज्यादा रिस्क या खतरा होता है जिनके बारे में हमने सोचा भी नहीं होता.
हाई ब्लड प्रेशर के कारण
आपको बताते चलें, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने के कई कारणों से हो सकते हैं. किडनी की बीमारी, एल्कोहल का अधिक सेवन, नींद की समस्या, थायराइड, एड्रेनल ग्लैंड आदि की समस्या से कारण हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी हो सकती है. इसके अलावा उम्र बढ़ने, मोटापे, शुगर से भी हाई ब्लड प्रेशर होता है.
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों के रूप में सांस फूलना, पेशाब में खून आना, चक्कर, छाती में तेज दर्द, आंखों की रोशनी धुंधली होना, सिर दर्द ,त्वचा पर लाल दाने होना, पैरों की सूजन बढ़ना, उल्टी आना, नाक से खून आने की समस्याएं शामिल हैं.