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Sleep Divorce: अमेरिका में लोग पार्टनर से ले रहे हैं स्लीप डाइवोर्स, नींद को दे रहे हैं प्रायोरिटी

Sleep Divorce: खराब नींद आपके मूड को खराब कर सकती है, और जो लोग नींद से वंचित हैं, उनके अपने पार्टनर के साथ बहस करने की अधिक संभावना होती है. नींद में खलल डालने वाले व्यक्ति के प्रति कुछ नाराजगी हो सकती है, जो रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.

Sleep Divorce Sleep Divorce
हाइलाइट्स
  • नींद डालती है मूड पर असर

  • 2000 लोगों का लिया गया सैंपल 

कहते हैं नींद सबसे ज्यादा जरूरी होती है. नींद का कनेक्शन हमारे मूड से होता है. अब इसी को समझते हुए अमेरिका में लोग स्लीप डाइवोर्स के कॉन्सेप्ट पर फोकस कर रहे हैं. एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, एक तिहाई से ज्यादा अमेरिकी रात की बेहतर नींद पाने के लिए स्लीप डाइवोर्स में लगे हुए हैं. अमेरिकन अकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन ने "डाइवोर्स स्लीप" को लोगों को खर्राटों, मिसिंग कवर या अलार्म जैसी रुकावटों के बिना सो जाने और सोते रहने में सहायता करने की एक रणनीति के रूप में बताया है. 

नींद डालती है मूड पर असर 

दरअसल, खराब नींद आपके मूड को खराब कर सकती है, और जो लोग नींद से वंचित हैं, उनके अपने पार्टनर के साथ बहस करने की अधिक संभावना होती है. नींद में खलल डालने वाले व्यक्ति के प्रति कुछ नाराजगी हो सकती है, जो रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. इसी से बचने के लिए लोग स्लीप डाइवोर्स के कॉन्सेप्ट पर ध्यान दे रहे हैं. एनडीटीवी रिपोर्ट के मुताबिक, रात की अच्छी नींद लेना स्वास्थ्य और खुशी दोनों के लिए जरूरीहै, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि कुछ कपल अपनी बॉन्डिंग के लिए अलग-अलग सोना चुनते हैं. 

2000 लोगों का लिया गया सैंपल 

सीबीएस न्यूज़ के अनुसार, "अमेरिका में 2,005 वयस्कों के समूह के सर्वेक्षण में पाया गया कि 43% मिलेनियल सील्प डाइवोर्स चुन रहे हैं, इसके बाद जेनरेशन X में 33%, जेनरेशन Z में 28% और बेबी बूमर में 22% लोग शामिल हैं.”

एनडीटीवी से पुलमोनोलॉजिस्ट डॉ.सीमा खोसला ने कहा, "हालांकि 'स्लीप डाइवोर्स' शब्द कठोर लगता है, लेकिन वास्तव में इसका मतलब यह है कि लोग नींद को प्राथमिकता दे रहे हैं और जरूरत पड़ने पर रात में एक अलग कमरे में जा रहे हैं." रिपोर्ट में बताया गया है कि एक तिहाई (33%) वयस्कों ने बताया कि वे बिस्तर पर अपने पार्टनर के सोने के टाइम पर नहीं जाते हैं. बल्कि या तो उनके सोने से पहले जाते हैं या बाद में. ताकि उनकी नींद में कोई परेशानी न आए.  

क्या है स्लीप डाइवोर्स?

स्लीप डाइवोर्स में कपल अपनी नींद को प्रायोरिटी देकर अलग-अलग कमरे या समय पर सोने जाते हैं. ताकि उन्हें वे अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकें. यह उन कपल ने ज्यादा किया है जिन्हें अपने पार्टनर के साथ सोने में या उनके नींद पैटर्न से परेशानी होती है. इस कॉन्सेप्ट का मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत नींद की जरूरतों को प्राथमिकता देना और बेहतर आराम को बढ़ावा देना है.