प्रेग्नेंसी के बाद भी महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी में से एक है पोस्टपार्टम डिप्रेशन. अब इसे लेकर यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) ने हाल ही में पोस्टपार्टम डिप्रेशन (PPD) के लिए पहली ओरल दवा को मंजूरी दे दी है. इस ओरल ड्रग को ज़ुर्ज़ुवे (zuranolone) नाम दिया गया है, जिसे बायोजेन और सेज थेरेप्यूटिक्स ने विकसित किया है.
अब ओरल दवा को मिली मंजूरी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, PPD एक प्रमुख डिप्रेसिव एपिसोड है जो आमतौर पर बच्चे के जन्म के बाद होता है. ये प्रेग्नेंसी के बाद के चरणों में भी शुरू हो सकता है. इसे लेकर यूएस रेगुलेटर ने अपने एक बयान में कहा, अब तक, पीपीडी का इलाज केवल कुछ हेल्थकेयर प्रोवाइडर द्वारा दिया जाता है, जो आईवी इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध था. लेकिन अब इसकी ओरल यानि मुंह से लेने वाली दवा भी आ गई है.
क्या है पोस्टपार्टम डिप्रेशन?
पोस्टपार्टम डिप्रेशन एक तरह का मूड डिसऑर्डर है जो कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद प्रभावित करता है. इसमें मां उदासी, चिंता और थकावट जैसी भावनाओं को महसूस करती है. ये सभी भावनाएं महिला को अपनी और अपने बच्चे की देखभाल करने की क्षमता में बाधा डाल सकती है. पोस्टपार्टम डिप्रेशन आम तौर पर बच्चे के जन्म के बाद के कुछ कुछ हफ्ते होते हैं उसमें प्रभावी करता है.
क्या होते हैं पोस्टपार्टम डिप्रेशन के लक्षण?
-उदासी, खालीपन या निराशा की भावनाएं.
-उन चीजों में भी रुचि या मजा ना आना जिसमें कभी आता था. ॉ
-भूख या वजन में बदलाव.
-नींद में खलल (कम नींद आना या फिर ज्यादा).
-थकान या हमेशा लो फील करना.
-बच्चे के साथ रिलेशन बनाने में मुश्किल आना.
-चिड़चिड़ापन या बिना बात रोना आना.
-किसी भी काम पर ध्यान लगाने में मुश्किल आना या भी कोई निर्णय न ले पाना.
-खुद को नुकसान पहुंचाने या बच्चे को नुकसान पहुंचाने के बारे में विचार आना.
बेबी ब्लूज से होता है ये अलग
यह ध्यान रखना जरूरी है कि पोस्टपार्टम डिप्रेशन "बेबी ब्लूज़" से अलग होता है. बेबी ब्लूज एक सामान्य स्थिति है जो जन्म देने के बाद पहले दो हफ्तों के भीतर कई नई माताओं को प्रभावित करती है. बेबी ब्लूज आमतौर पर बिना किसी ट्रीटमेंट के अपने आप ठीक हो जाता है. हालांकि, पोस्टपार्टम डिप्रेशन ज्यादा गंभीर और लंबे समय तक चलने वाला होता है, जिसके लिए उचित ट्रीटमेंट की जरूरत होती है.