हाल के कुछ सप्ताहों में, दिल्ली को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा है. इसकी वजह से हीटस्ट्रोक के मामलों और इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है. अस्पतालों में हीटस्ट्रोक के कारण कम से कम 90 मौतें हुई हैं. 448 से ज्यादा रोगियों को लक्षणों के साथ भर्ती कराया गया है. हीटस्ट्रोक 40 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से खतरनाक रहा है. मुख्य रूप से इससे पुरुष ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
हीटस्ट्रोक पीड़ितों की बढ़ती संख्या
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अलग-अलग अस्पतालों के डॉक्टरों के अनुसार, ज्यादा तापमान के कारण मरने वालों में बड़ी संख्या में 40 साल से ज्यादा उम्र के पुरुष हैं. इनमें से कई व्यक्ति या तो बुजुर्ग थे या उन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी, जिससे गर्मी के प्रति उनकी संवेदनशीलता बढ़ गई. दिल्ली के प्रमुख अस्पतालों में से एक, सफदरजंग अस्पताल में, इलाज के एक घंटे के भीतर तीन मरीजों की मौत की खबरें थीं और 19 जून से पहले चार लोगों की मौत हो गई थी.
कब होता है हीटस्ट्रोक?
हीटस्ट्रोक तब होता है जब लंबे समय तक हम ज्यादा बढ़े हुए तापमान के संपर्क में रहते हैं. इसके कारण शरीर का टेम्परेचर रेगुलेशन सिस्टम फेल हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर का तापमान खतरनाक लेवल तक बढ़ जाता है. यह स्थिति हमारे दिमाग और दूसरे शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है और अगर इलाज न किया जाए तो यह घातक हो सकती है. हीटस्ट्रोक के लक्षणों में शरीर का बढ़ा तापमान, उल्टी, लाल त्वचा, तेजी से सांस लेना और दिल की धड़कन बढ़ना शामिल है.
हीटस्ट्रोक से खुद को कैसे बचाएं?
गर्मी से संबंधित बीमारियों से खुद को बचाने के लिए कई उपाय करने जरूरी हैं.
1. हाइड्रेटेड रहें: अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पूरे दिन खूब पानी पिएं. कैफीन वाली और अल्कोहल ड्रिंक्स न पिएं. इससे आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है.
2. सही कपड़े पहनें: अपने शरीर को ठंडा रखने में मदद के लिए हल्के, ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें. चौड़ी किनारी वाली टोपी और धूप का चश्मा भी धूप से सुरक्षा दे सकता है.
3. गर्मी में बाहर जाने से बचें: दिन के सबसे गर्म समय, आमतौर पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर के अंदर रहने की कोशिश करें. अगर आपको बाहर जाना ही है, तो छाया या ठंडी जगह बार-बार रुकें.
4. सनस्क्रीन का उपयोग करें: अपनी स्किन को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए कम से कम 30 एसपीएफ वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं, जो हीटस्ट्रोक में आपकी मदद कर सकता है.
5. ठंडे पानी से नहाएं: अपने शरीर को ठंडा करने के लिए ठंडे पानी से नहाएं, या एक गीले कपड़े का उपयोग करें.
6. कमजोर लोगों का ध्यान रखें: बुजुर्ग रिश्तेदारों, छोटे बच्चों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों पर नजर रखें, क्योंकि वे गर्मी से संबंधित बीमारियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं.
7. लक्षणों को जानें: हीटस्ट्रोक के लक्षणों के प्रति सचेत रहें और अगर आप या किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर का तापमान ज्यादा हो, या बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें.