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Rajanikanth Transcatheter Treatment: बिना सर्जरी डॉक्टरों ने किया रजनीकांत के दिल का इलाज... जानिए क्या है यह मेथड... आपकी स्किन देती हैं दिल की बीमारी का संकेत

अभिनेता रजनीकांत को हाल ही में, चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें हार्ट संबंधी परेशानी थी जिसे एक नॉन-सर्जिकल मेथड़ से ठीक किया गया है. अब वह रिकवर कर रहे हैं.

Rajanikanth Heart Treatment Rajanikanth Heart Treatment

सुपरस्टार रजनीकांत के फैन्स यह जानकर खुश हैं कि रजनीकांत को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी. रजनीकांत को हाल ही में चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में भर्ती होने की वजह थी दिल से जुड़ी समस्या. दरअसल, रजनीकांत को इस सप्ताह की शुरुआत में उनके दिल से जुड़ी ब्लड वेसल (रक्त वाहिका) में सूजन के कारण अपोलो अस्पताल ले जाया गया था. हालांकि, स्थिति को डॉक्टरों ने संभाल लिया और बिना किसी सर्जरी के उनका खास नॉन-सर्जिकल ट्रीटमेंट किया गया. 

क्या था नॉन-सर्जिकल मेथड़
रजनीकांत को डॉक्टरों ने ट्रांसकैथेटर ट्रीटमेंट दिया. इस ट्रीटमेंट की पूरी प्रोसेस सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. साई सतीश ने की. डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने एरोटा (Arota- शरीर की सबसे बड़ी आर्टरी जो दिल तक ब्लड को सर्कुलेट करती है) यानी महाधमनी में एक स्टेंट लगाया और एंडोवस्कुलर रिपेयर नामक प्रक्रिया के जरिए सूजन को सफलतापूर्वक सील कर दिया. इसके बाद रजनीकांत की तबियत में काफी सुधार है. 

शुरुआत में खबर थी कि रजनीकांत को गुरुवार को छुट्टी मिल जाएगी. हालांकि, डॉक्टरों ने अब कहा है कि वह शुक्रवार तक अस्पताल में रहेंगे. अस्पताल के बयान में आश्वासन दिया गया है कि अभिनेता स्थिर स्थिति में हैं और सर्जरी के बाद अच्छा मसहूस कर रहे हैं. हालांकि, रजनीकांत के लिए अस्पताल में भर्ती होना कुछ नया नहीं है. साल 2020 में भी, उनके रक्तचाप में उतार-चढ़ाव के कारण उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 2021 में, उनकी कैरोटिड आर्टरी का इलाज हुआ था. 

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दिल से जुड़ी बीमारियां आजकल हर किसी के लिए चिंता का विषय हैं. लेकिन  अगर समय रहते इस बात को महसूस कर लिया जाए तो लोगों की जान बचाई सकती है. आपके दिल की सेहत का हाल आपकी स्किन भी आपको बता सकती है. 

त्वचा के ये संकेत बताएंगे दिल की बीमारी के बारे में
American Academy of Dermatology Association के मुताबिक, दिल की बीमारी का संकेत बहुत से लोगों को अपनी स्किन से भी मिलता है. आज हम आपको बता रहे हैं कुछ संकेतों के बारे में, 

1. सायनोसिस होता है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा के कारण त्वचा, होंठ या नाखून नीले या बैंगनी रंग के दिखाई देते हैं. इसका मतलब दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है. 

2. आपके हाथों, कंधों या पैरों के पिछले हिस्से पर रैशेज जैसे दाने निकलना भी दिल के ठीक से काम न करने का संकेत हो सकते हैं. पीले-नारंगी रंग के धब्बे त्वचा के नीचे वसायुक्त कोलेस्ट्रॉल जमा होने का संकेत दे सकते हैं. 

3. नाखूनों की ग्रोथ पर असर पड़ना. कई बार नाखूनों के नीचे आपको बैंगनी धब्बे या लाइन्स दिखती हैं तो ये दिल की बीमारी का संकेत हो सकते हैं. 

4. हथेलियों पर अगर लाल धब्बे या चकत्ते नजर आए तो भी दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है. 

5. चेहरे पर जब अचानक से बहुत ज्यादा फुंसियां होने लगे यां बैंगनी धब्बे पड़ने लगे तो यह कॉलेस्ट्रॉल बढ़ने की निशानी हो सकती है. आपको ड़ॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.