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जिद को बनाया जुनून! बेटे को हुई बीमारी तो बनीं हजारों की मददगार, मुफ्त में करवा रहीं हीमोफीलिया का इलाज

बरेली की रहने वाली रेखा रानी आज हजारों लोगों को फ्री में हीमोफीलिया का इंजेक्शन लगवा रही हैं, और इलाज करवा रही हैं. 17 साल पहले जब रेखा के बेटे को कोविड हुआ तो उन्होंने ठान ली कि वो किसी और को इस तकलीफ से नहीं गुजरने देंगी.

बेटे को हुई बीमारी तो बनीं हजारों की मददगार बेटे को हुई बीमारी तो बनीं हजारों की मददगार
हाइलाइट्स
  • हर किसी को मुफ्त में लगता है हीमोफीलिया का इंजेक्शन

  • बरेली जिला अस्पताल में अलग से खुला वार्ड

जिंदगी में कई बार ऐसे हालात बन जाते है की इंसान खुद से पहले दूसरों की मदद के बारे में सोचने लगता है. बरेली की रहने वाली  रेखा रानी की कहानी भी कुछ ऐसी ही दिल को छूने वाली है. उन्होंने अपने 1 साल के बच्चे में हीमोफीलिया की बीमारी के दर्द को महसूस किया. इसके बाद ठान लिया कि उन्हें इस बीमारी से प्रभावित मरीजों की मदद करनी है. रेखा आज सैकड़ों मरीजों के लिए मदद का जरिया बन चुकी हैं.

हर किसी को मुफ्त में लगता है हीमोफीलिया का इंजेक्शन
रेखा का जीवन मानो हीमोफीलिया बीमारी की जानकारी जुटाने और अपने को बचाने के गुजरा, पर हालत देखकर रेखा रानी ने तय किया कि जो कुछ उनके साथ हुआ वो हालात किसी और के साथ न हों. उसके लिए उन्होंने पूरे बरेली जनपद समेत आज 20 से ज्यादा जिलों में इस बीमारी के इंजेक्शन, दवाई और स्वास्थ्य सेवाए मरीजों के लिए फ्री करवाई. वो कहती हैं पहले इस बीमारी के बारे में लोगों को पता ही नहीं चल पाता था. यहां न टेस्ट होता था ना दवाई मिलती थी पर अब माहौल बदल चुका है. हमारी कोशिश की वजह से अब यहां हर किसी का मुफ्त इलाज होता है.

जिद ने दिया जुनून
रेखा कहती हैं कि आज से 17 साल पहले जब उनका बेटा मानस 1 साल का था, तब उसे हीमोफीलिया की बीमारी हो गई थी. उस समय बरेली में इसका इलाज नहीं होता था. उन्हें इलाज के लिए दिल्ली, लखनऊ जाना पड़ता था. उस भागदौड़ के साथ इस बीमारी ने उनके बेटे को जो दर्द और तकलीफें दीं, उन्हें महसूस कर एक मां में ऐसी बीमारी से जुड़े लोगों की मदद करने का जज्बा जगा. बस, यही जिद उनकी आज जुनून बन गई.

बरेली जिला अस्पताल में अलग से खुला वार्ड
बरेली जिला अस्पताल के सीएमओ कहते है कि रेखा रानी की वजह से हीमोफीलिया की पहचान जल्द हो जाती है. उनका इलाज कराने में रेखा रानी एक महत्वपूर्ण रोल अदा करती है. वो कहते हैं इनके प्रयास की आज से आज जिला अस्पताल में एक अलग वार्ड और डॉक्टर केवल इस बीमारी के मरीजों के इलाज लिए मौजूद रहते हैं.

क्या है हीमोफीलिया के लक्षण?
असल में हीमोफीलिया बीमारी से पीड़ित लोगों में ज्वाइंटों में सूजन आ जाती है, इससे रक्तस्राव भी होने लगता है. रक्तस्राव अगर रोका नहीं गया तो मरीज की जान भी जा सकती है. ये ऐसी बीमारी है जो पूरे जीवन भर रहती है.