scorecardresearch

रतलाम के दुकानदारों का कोरोना पर सख्त संदेश- "नो वैक्सीन, नो नमकीन"

रतलाम की महिला नायब तहसीलदार रुपाली जैन नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं. रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ, रुपाली इन दिनों उन क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटक कर रही हैं, जहां लोग कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज़ से बच रहे हैं. ठेठ मालवी भाषा में वे, लोगों से सीधे जुड़कर उनकी भ्रांतियां दूर कर रही हैं.

Namkeen Namkeen
हाइलाइट्स
  • शादी समारोहों में लगाया जा रहा है वैक्सीनेशन स्टॉल 

  •  जिला प्रशासन वैक्सीन जागरूकता के लिए उठा रहा नए-नए कदम

  • नायब तहसीलदार नुक्कड़ नाटक कर लोगों को कर रहीं जागरूक

  • जनता भी कर रही है सपोर्ट

नमकीन के लिए पूरे देश में मशहूर, रतलाम शहर में अब आपको नमकीन के लिए मना किया जा सकता है. दरअसल, नमकीन के शहर में नमकीन व्यवसायियों ने ‘नो वैक्सीन-नो नमकीन’ अभियान शुरू कर दिया है. इसका मतलब है कि अगर आपने वैक्सीन के दोनों डोजेज़ नहीं लगवाएं हैं तो आपको नमकीन नहीं दिए जाएंगें. रतलाम शहर में अधिकारी जहां गांव-गांव में जाकर खुद नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए  जागरूक कर रहे हैं, वहीं दुकानदार वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवाने वाले व्यक्ति को ही सामान दे रही है. 

शादी समारोहों में लगाया जा रहा है वैक्सीनेशन स्टॉल 

नमकीन दुकानों के साथ  प्रशासन ने शादी समारोह को लेकर भी सख्ती बरती है. शादी समारोह में ऐसे लोगों, जिनका टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है, के लिए शादी समारोह स्थल पर एक अलग वैक्सीनेशन स्टॉल लगाया जा रहा है. इस स्टॉल पर बिना वैक्सीन कम्प्लीट कराए आने वाले लोगों को पहले वैक्सीन लगाया जा रहा है और फिर शादी समारोह में  शामिल होने दिया जा रहा है.  शादी समारोह के आयोजकों द्वारा दिये जाने वाले आमंत्रण प्रकाशित करने वाले प्रिन्टर्स को भी प्रसाशन ने आदेश दिया है कि वह आमंत्रण पत्र में यह भी प्रकाशित करे कि “बिना कोरोना टीका लगवाए हुए व्यक्ति शादी में न आएं”.

जिला प्रशासन वैक्सीन जागरूकता के लिए उठा रहा नए-नए कदम  

कोरोना के वैक्सीनेशन के प्रति लोगों की उदासीनता अब प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है. प्रशासन रात-दिन पसीना बहा रहा है लेकिन तमाम जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद लोग दूसरा डोज़ लगवाने में परहेज कर रहे हैं. ऐसे में रतलाम जिला प्रशासन अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए नए-नए तरीके अख्तियार कर रहा है. रतलाम के एसडीएम अभिषेक गहलोत ने बताया कि कुछ दल बनाए गए हैं जो शहर में घूम-घूम कर ऐसे दुकानदारों को चेक कर रही है जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोजेज़ नहीं लगवाए हैं. ऐसे लोगों के मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

नायब तहसीलदार नुक्कड़ नाटक कर लोगों को कर रहीं जागरूक

रतलाम की महिला नायब तहसीलदार रुपाली जैन नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं. रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ, रुपाली इन दिनों उन क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटक कर रही हैं जहां लोग कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज़ से बच रहे हैं. ठेठ मालवी भाषा में वे, लोगों से सीधे जुड़कर उनकी भ्रांतियां दूर कर रही हैं. साथ ही उन्हें वैक्सीनेशन के फायदे भी बता रही हैं. इस महिला तहसीलदार का टारगेट वे ग्रामीण महिलाएं हैं जो अपना दूसरा डोज़ लगवाने टीकाकरण केंद्रों पर नहीं पहुंच पा रही हैं. जिसकी वजह से जिला टीकाकरण के मामले में स्थिर बना हुआ है.

जनता भी कर रही है सपोर्ट 

दरअसल कोरोनाकाल के दौरान रतलाम के सैकड़ों लोग कोरोना की वजह से असमय ही मौत के मुंह में समा गए.  शहर में अब भी 25 फीसदी लोगों ने दूसरा डोज़ नहीं लगाया है. ऐसे में जिले के अधिकारी अब सड़कों पर उतरकर एवं दुकान - दुकान जाकर व्यापारियों से वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ले रहे हैं और जनता भी उन्हें सपोर्ट कर रही है.