अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने COVID-19 का पता लगाने के लिए कम लागत वाला स्मार्टफोन आधारित डायग्नोस्टिक टूल बनाया है. स्मार्टफोन आधारित ये डायग्नोस्टिक टूल का नाम हार्मनी किट वायरस है. ये किट ओवर-द-काउंटर सिर्फ 20 मिनट में रिजल्ट देता है. वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोगी प्रोफेसर बैरी लुत्ज़ ने कहा कि हमें उम्मीद है कि ये कम लागत वाला स्मार्टफोन आधारित डायग्नोस्टिक टूल दुनिया भर के लोगों की मदद करेगा, और कोविड की जांच को बेहद आसान बना देगा.
यह ऐसे काम करता है
यह स्मार्टफोन आधारित किट डायग्नोस्टिक टूल के सहारे डिटेक्टर की मदद से नाक के स्वाब नमूने लेता है, और SARS-CoV-2 RNA जीनोम की मौजूदगी का पता लगाने के लिए “पीसीआर जैसी” तकनीक का ही इस्तेमाल करता है, और रिजल्ट डिटेक्टर के सहारे स्मार्टफोन पर दिखाई देने लगता है , इस डिटेक्टर का इस्तेमाल एक बार में चार नमूनों की जांच के लिए किया जा सकता है. रिसर्चर का कहना है कि ये जांच 80 से 85 फीसदी सही रिजल्ट देता है.
यह मौजूदा किट से कैसे अलग है
लुट्ज़ के मुताबिक, यह परीक्षण नॉर्मल टेंपरेचर पर काम करता है. बता दें कि मौजूदा पीसीआर वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए हीटिंग और कूलिंग से होकर गुजरती है. यही वजह है कि इस तकनीक से रिजल्ट आने में कुछ समय लगता है. लेकिन हार्मनी टेस्ट से समय की बचत होती है और इसी तरह यह रिजल्ट भी तेजी से देता है. इसके साथ ही इसकी कीमत बी काफी कम है.
लुत्ज़ नेबताया कि यूडब्ल्यू के दो सहयोगियों के साथ हार्मनी ने COVID-19के इस नए किट को बनाने के लिए अनावासी डायग्नोस्टिक्स नाम (Anavasi Diagnostics) की एक नई कंपनी बनाई है. कंपनी को WE-REACH से 300,000 का फाइनेंशियल सपोर्ट भी मिला है.