प्रोटीन से सबसे अच्छे स्रोतों में अंडे का नाम सबसे पहले आता है. अंडे खाने में तो स्वादिष्ट लगते ही हैं, साथ ही साथ ये काफी स्वास्थ्यवर्धक भी है. अंडे आप किसी भी तरीके से खा सकते हैं. चाहें उबालकर खाएं, या पोच बनाकर, या फिर फेट कर इनका आमलेट बना लें. हर दिन दो अंडे खाने से रेड ब्लड सेल्स की संख्या तो बढ़ती ही है साथ ही में ये वजन घटाने में भी मदद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंडे में बैक्टीरिया साल्मोनेला होता है? यह चिकन से मिलता होता है. यदि आप ठीक से अंडे नहीं उबालते हैं या तैयार नहीं करते हैं तो ये बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
बढ़ सकता है हृदय रोग
एक अंडे में प्रतिदिन निर्धारित 186 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल के आधे से अधिक पाया जा सकता है. इसलिए, प्रतिदिन अत्यधिक मात्रा में अंडे खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है.
अंडे का जर्दी में होता है कोलेस्ट्रॉल
अंडे की जर्दी पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल से बनी होती है, जबकि अंडे का सफेद भाग पूरी तरह से प्रोटीन से बना होता है. इसलिए, यदि आप उबले हुए अंडे खा रहे हैं तब भी फेट का लेवल उच्च बना रहेगा, जो आपके हृदय स्वास्थ्य को खराब कर सकता है.
पेट में हो सकता है दर्द
यदि आप बहुत अधिक अंडे खाते हैं, तो आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है और आपको पेट में दर्द हो सकता है. कुछ लोगों को लंच या ब्रंच में अंडे खाने के बाद भी नकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं. यदि किसी व्यक्ति को फूड एलर्जी हो या फिर अंडे से सेंसटिविटी हो, फिर हालात बेकाबू हो सकते हैं.
आपको अंडे के साथ खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों पर नजर रखनी चाहिए और देखना चाहिए की अंडे के साथ क्या सर्व किया जा रहा है. अंडे की हाई फैट और कोलेस्ट्रॉल से मधुमेह, प्रोस्टेट, कोलन और कोलोरेक्टल कैंसर के साथ-साथ दिल की कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है.
दिल की समस्याओं वाले लोगों के लिए, अंडे खाने के दौरान कम जर्दी और अधिक सफेद खाना एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है.