सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने National Girl Child Day के अवसर पर मंगलवार, 24 जनवरी, 2023 को भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित qHPV वैक्सीन, CERVAVAC (सर्ववैक) लॉन्च की. आपको बता दें कि जनवरी सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह भी है. CERVAVAC, सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ एक टीका है.
पुणे स्थित फार्मास्युटिकल फर्म के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट किया कि भारत के गृह मंत्री अमित शाह और SII के निदेशक, सरकार और नियामक मामलों के प्रकाश कुमार सिंह ने मंगलवार को CERVAVAC लॉन्च किया.
दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर
भारत में, 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे अधिक होने वाला कैंसर सर्वाइकल कैंसर है. अधिकांश सर्वाइकल कैंसर पैपिलोमावायरस के कारण होते हैं, और सेक्सुअली ट्रांसमिट होते हैं. यह कैंसर वैजाइना से शुरू होकर ब्लडर, रेक्टम से लेकर लंग्स तक फैल जाता है.
बताया जाता है कि जो महिलाएं स्मोकिंग करती हैं या इस तरह की दवाएं लेती हैं जिनसे इम्यूनिटी कम होती है, उन्हें इस कैंसर का ज्यादा खतरा होता है. नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के मुताबिक भारत में हर साल करीब सवा लाख सर्विकल कैंसर के नए मामले सामने आते हैं. इसमें करीब 67 हजार महिलाएं जान गंवा देती हैं, यानि सर्विकल कैंसर पीड़ित महिलाओं में सिर्फ 33 फीसदी महिलाएं हीं इलाज से ठीक हो पाती हैं.
इसकी गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में सर्विकल कैंसर के 21% मामले भारत में हैं और सर्विकल कैंसर के मामले में भारत पूरी दुनिया में चौथे नंबर पर है
समय पर पता लगने से हो सकता है इलाज
ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर देश में महिलाओं के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है. लेकिन चिन्ता इस बात को लेकर है कि इसके खतरे से ज्यादातर लोग अंजान हैं. इसलिए सतर्क नहीं हैं. हालांकि अच्छी बात ये है कि सर्वाइकल कैंसर का शुरूआती स्टेज में पैप स्मीयर टेस्ट के जरिए पता लगाया जा सकता है और यह सर्जरी के बाद पूरी तरह ठीक हो सकता है.
लेकिन सवाल ये है कि सर्वाइकल कैंसर के लिए जिम्मेदार वायरस को कैसे रोका जाए. इसे रोकने के लिए एचवीपी वैक्सीन जरूरी है. और अब पहली स्वदेशी एचवीपी वैक्सीन, CERVAVAC बनकर तैयार है. उम्मीद है कि जल्दी ही देश की सभी स्कूली बच्चियों को ये वैक्सीन दी जाएगी. केंद्र सरकार ने स्कूल लेवल पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम की योजना बनाई है. जिसके तहत 9 से 14 साल की लड़कियों को वैक्सीन स्कूलों में लगाई जाएगी.
सबसे बड़ा तोहफा है यह वैक्सीन
इस वैक्सीन की कीमत को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है. लेकिन कंपनी का कहना है कि इस वैक्सीन को सरकारी प्रोग्राम्स के जरिए लॉन्च किया जाएगा और सरकार के प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. भारत में सर्वाइकल कैंसर के लिए अभी तक दो विदेशी वैक्सीन दी जा रही थीं.
Gardasil और Cervarix, दोनों ही वैक्सीन की दो से तीन डोज लगाई जाती हैं. लेकिन CERVAVAC की एक ही डोज दी जाएगी. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि महिलाओं के लिए ये वैक्सीन सबसे बडा उपहार है.वैक्सीन के साथ जागरूकता भी जरूरी है. तभी समय रहते सर्विकल कैंसर से लड़ा जा सकता है और जीता जा सकता है.