एक तरफ जहां मौसम ने करवट ले ली है. देश के कई राज्यों में हीट वेव की स्थिति बनी हुई है. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो मोजे पहनकर बिस्तर पर सोना पसंद करते हैं. AC की ठंडक में खुद को गर्म रखने के लिए लोग यह तरीका भा अपनाते हैं. लेकिन हाल ही में हुए शोध के मुताबिक मोजे में स्टूल (मल) में पाए जाने वाले बैक्टीरिया से भी ज्यादा खतरनाक बैक्टीरिया हो सकते हैं. मैट्रेसनेक्स्टडे की रिसर्च के अनुसार, गंदे मोजे पहनकर बिस्तर पर जाने से चादरों में हानिकारक बैक्टीरिया फैल सकते हैं.
स्टूल जैसे बैक्टीरिया मोजे में मौजूद
इस स्टडी के लिए सुबह 7 बजे से रात 11 बजे के बीच पहने जाने वाले अलग-अलग लोगों के मोजों का विश्लेषण किया गया. जिसमें पता चला कि हर व्यक्ति जूते पहनते समय, व्यायाम करते समय और अन्य दैनिक गतिविधियों को करते समय एक ही मोजे पहनता है. विश्लेषण किया गया तो पता चला कि इनमें से आधे मोजों में मल और कॉकरोच में पाए जाने वाले बैक्टीरिया होते हैं जो कि आपके इंटरनल पार्ट्स को संक्रमित कर सकते हैं.
इन लोगों के लिए हो सकता है खतरनाक
ये बैक्टीरिया उन लोगों के लिए और भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं जो पहले से ही किसी न किसी हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक कैंसर रोगी, डायबिटीज के रोगी, सिस्टिक फाइब्रोसिस के रोगी, छोटे बच्चे, वे लोग जिनका Organ ट्रांसप्लांट हुआ हो...उन्हें मोजे पहनकर सोने से बचना चाहिए.
स्यूडोमोनास बिस्तर जैसे वातावरण में पनपता है. सोते समय कुछ लोगों को पसीना आता है और बिस्तर भी गर्म होता है जिससे कि ई.कोली और स्टेफिलोकोकस ऑरियस जैसे pathogens पनपते हैं.
बेड पर जाते समय इंफेक्शन से बचने के लिए क्या करें?
हर दिन धुले हुए मोजे पहनकर बिस्तर पर जाएं.
पहने हुए कपड़ों को रोजाना धोएं.
खुद को हाइड्रेटेड रखें.
अपने बिस्तर के लिए मुलायम चादर का इस्तेमाल करें.