इंडस्ट्रियलिस्ट रतन टाटा को उनके उदार व्यवहार की वजह से जाना जाता है. उन्हें जानवरों, खासकर कुत्तों के प्रति अटूट जुनून और सच्चे प्रेम के बारे में भी जाना जाता है. सोशल मीडिया पर भी वे अक्सर कुत्तों के साथ तस्वीरें पोस्ट करते रहते हैं. अब इसी कड़ी में जानवरों के लिए एक अस्पताल भी बनाया जा रहा है. रतन टाटा ट्रस्ट ने हाल ही में दक्षिण मुंबई के महालक्ष्मी क्षेत्र में भारत के पहले एडवांस लघु पशु अस्पताल (Small Animal Hospital) के लॉन्च को लेकर घोषणा की है.
जानवरों को भी मिले विशेष सुविधा
इस अस्पताल में प्रसिद्ध पशु चिकित्सकों, ट्रेंड नर्सों और तकनीशियनों को रखा जाएगा. लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, 80 साल के टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष, रतन टाटा ने कहा, “पेट्स हमारी फैमिली हैं और उनका जीवन हर पालतू जानवर के माता-पिता के लिए मायने रखता है. जब मैंने चारों ओर देखा और भारत में पालतू जानवरों के लिए बुनियादी ढांचे की कमी देखी, तो मुझे आश्चर्य हुआ कि इतने बड़े देश में पालतू जानवरों की एक बड़ी आबादी के साथ हमारे पास ऐसी सुविधा क्यों नहीं है जो जीवन बचा सके और पालतू जानवरों के जीवन को बेहतर बना सके. इस एनिमल हॉस्पिटल का लक्ष्य हर पालतू जानवर की देखभाल, प्यार और मानवीय दृष्टिकोण से इलाज करने के लिए विशेष सुविधा देनी है.”
मार्च में लॉन्च किया जाएगा अस्पताल
जिस जमीन पर ये बनाया गया है वो MCGM (Municipal Corporation of Greater Mumbai) द्वारा आवंटित की गई है. यह अपनी तरह का पहला अस्पताल है जो 98000 वर्ग फीट में फैला है, जिसमें 5 मंजिलें हैं और 200 से अधिक बिस्तरों की क्षमता है. यह सुविधा जीवन बचाने के मिशन के रूप में लॉन्च किया गया है. अस्पताल मार्च 2024 में लॉन्च किया जाएगा.
कई सुविधाएं लॉन्च की जाएंगी
इस अस्पताल में कई सारी सुविधाएं लॉन्च की जाएंगी. इमरजेंसी और क्रिटिकल केयर में- 24x7 ट्राइएज और ट्रीटमेंट सर्विस, आंतरिक रोगी और आईसीयू यूनिट (आइसोलेशन यूनिट), सर्जिकल सर्विस (सॉफ्ट टिश्यू सर्जरी, ऑर्थोपेडिक आदि), फार्मेसी सर्विस, डायग्नोस्टिक - रेडियोलॉजी और इमेजिंग (MRI, X-Ray, CT Scan और USG), वहीं लेबोरेटरी में- हेमेटोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, साइटोलॉजी, क्लिनिकल पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, हिस्टो-पैथोलॉजी और एनेस्थीसिया शामिल होंगे.
इतना ही नहीं, इस अस्पताल में अनुभवी डॉ. थॉमस हीथकोट के नेतृत्व में और 66 कुशल डॉक्टरों, नर्सों, तकनीशियनों और पालतू जानवरों की देखभाल करने वाले सहायकों को भी रखा जाएगा.
(इनपुट- देव कोटक)