देश की राजधानी में ओमिक्रॉन मरीज़ों की बढ़ती संख्या के बीच तीसरी लहर का ख़तरा भी मंडरा रहा है. एक तरफ दिल्ली में कोरोना के मामले भी रफ़्तार पकड़ रहे हैं तो वहीं दिल्ली सरकार दूसरी लहर में बनाए गए अस्थायी हॉस्पिटल को एक्टिवेट करने में जुट गयी है. पूर्वी दिल्ली के कॉमनवेल्थ विलेज में एक खास कोरोना वायरस तैयार किया गया है, इस वार्ड में ऑक्सीजन बेड्स के साथ साथ गंभीर स्थिति से निपटने की तैयारी की गई है.
दूसरी लहर से लिया गया सबक
दिल्ली सरकार ने डॉक्टर्स फॉर यू संस्था को अस्थायी अस्पताल में मेडिकल स्टाफ से लेकर दवाई और हर छोटी बड़ी व्यवस्था की जिम्मेदारी दी है. CWG विलेज में करीब 100 बेड्स का अस्पताल दोबारा तैयार कर लिया गया है. दूसरी लहर से सबक लेते हुए, यहां हर बेड को ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्ट किया गया है. 'आजतक' की टीम ने पूर्वी दिल्ली में स्थित CWG विलेज में बनाए गए कोरोना वार्ड का जायजा लिया. तीसरी लहर के मद्देनजर ऑक्सीजन प्लांट, बेड्स, मेडिकल स्टाफ और ऑक्सीजन सिलेंडर के पुख़्ता इंतज़ाम कर लिए गए हैं.
हाई टेक हैं कोरोना अस्पताल
डॉक्टर्स फ़ॉर यू के चेयरमैन डॉ रजत जैन ने बताया कि तीसरी लहर के लिए बनाए जा रहे कोरोना अस्पताल काफी हाई टेक हैं. हर कोरोना बेड के साथ ऑक्सीजन पाइपलाइन अटैच है जिसका डायरेक्ट कनेक्शन ऑक्सीजन प्लांट से है. सभी बेड्स पर 24 घण्टे नॉन स्टॉप ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था मौजूद है, ताकि ऑक्सीजन सिलेंडर पर आश्रित न रहना पड़े. कोरोना की दूसरी लहर के हाहाकार के बाद CWG विलेज में 3 ऑक्सीजन प्लांट भी सेटअप किए गए हैं. हालांकि इमरजेंसी हालात की स्थिति बनने पर हर बेड के साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर भी रिजर्व किया गया है.
1000 ऑक्सीजन सिलेंडर का बना है बैकअप
डॉ रजत जैन ने कहा कि 'दूसरी कोरोना लहर से हमने बहुत कुछ सीखा है, तब ऑक्सीजन की बहुत समस्या थी. इसलिए आज की तारीख में यहां 1000 LPM क्षमता के 3 ऑक्सीजन प्लांट हैं. इनके जरिए करीब 300 बेड्स पर 24 घंटे ऑक्सीजन दी जा सकती है. इनके अलावा, करीब 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर बैकअप में रखे गए हैं, साथ ही हर बेड पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी होगा. अगर जरूरत पड़ी तो हम 2 दिन के भीतर कंप्लीट ऑक्सीजन फैसिलिटी के साथ 500 बेड्स तैयार कर सकते हैं. जिला प्रशासन ने दवाइयों और जरूरी समान का स्टॉक पुख़्ता करने के निर्देश भी दिए हैं. आगे डॉ रजत जैन ने बताया कि गंभीर मरीज के इलाज के लिए डॉक्टर्स की एक अलग टीम भी तैनात होगी.
दिल्ली भर में बनाए गए अस्थाई कोरोना अस्पताल
आपको बता दें कि पहली और दूसरी कोरोना लहर के दौरान कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज, शहनाई बैंक्वेट हॉल, यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और रामलीला मैदान जैसी जगहों पर अस्थायी कोरोना अस्पताल बनाए गए थे. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 86 मामले रिपोर्ट हुए हैं जबकि ओमिक्रॉन के 20 मामले सामने आ चुके हैं.