अकेलेपन के कारण लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. अकेलेपन की भावना किसी की मेंटल हेल्थ पर भी प्रभाव डाल सकती है. अब एक नई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो लोग अकेलापन महसूस करते हैं उनमें आगे चलकर बेरोजगारी का ज्यादा जोखिम होता.
जो लोग कहते हैं कि वे "अक्सर अकेलापन महसूस करते हैं" वे बाद में अपनी नौकरी खोने की अधिक संभावना रखते हैं. स्टडी को लेकर सभी रिसर्च बीएमसी पब्लिक हेल्थ मैगजीन में पब्लिश हुई है. यूनिवर्सिटी आफ एक्सटर की शोधार्थी और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक निया मारिश ने बताया कि अकेलापन और बेरोजगारी दोनों का ही स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर प्रभाव होता है.
एक दूसरे से जुड़े हैं अकेलापन और बेरोजगारी
उन्होंने कहा कि आप ज्यादा अकेले हैं तो आपकी नौकरी खोने की संभावना ज्यादा होती है. साथ ही अगर आप बेरोजगार है तो आप ज्यादा अकेला महसूस करते हैं. ये दोनों ही स्थिति एक दूसरे से जुड़ी हुईं हैं. अकेलापन कम होने से बेरोजगारी की स्थिति कम होगी और रोजगार से अकेलापन दूर होता है, जो स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को सकारात्मक तौर पर प्रभावित करेगा.
15 हजार से ज्यादा लोगों के डाटा की मदद से हुई स्टडी
इस स्टडी में 15 हजार से ज्यादा लोगों के डाटा का विश्लेषण किया गया. टीम ने इसके लिए 2017-2019 के बीच प्रतिभागियों के जवाब के आधार पर डाटा लिया. उसके बाद 2018-2020 के बीच कंट्रोलिंग फैक्टर जैसे उम्र, लिंग, जातीयता, शिक्षा, वैवाहिक स्थिति, घर की स्थिति और बच्चों के बारे में भी जानकारी लेकर इसपर स्टडी करना शुरू किया.
स्टडी में पाया गया कि अकेलापन और बेरोजगारी दोनों ही मुद्दे आपस में मिलकर एक नकारात्मक चक्र पैदा करते हैं. इसलिए जरूरी है कि अकेलापन का कामकाजी उम्र के लोगों के जरिये समाज पर होने वाले प्रभाव को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.
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