दुनियाभर में डायबिटीज के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता रहता है. लेकिन शरीर में हेल्दी इंसुलिन इसके लेवल को अपने आप एडजस्ट करते रहते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारा लीवर हमारे शरीर को दिन के लिए तैयार करने और इसे ज्यादा एक्टिव बनाने के लिए ब्लड शुगर बनाता है. यही कारण है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को सुबह में बढ़े हुए ग्लूकोज लेवल का अनुभव हो सकता है. इसके अलावा सूखा मुंह और गला, फुल ब्लैडर (रात भर बार-बार पेशाब करने के बाद भी), धुंधला दिखना, कमजोरी, भूख महसूस हो सकती है.
कई लोगों को डायबिटीज होने से पहले ही थकान, धुंधला दिखना, फंगल इंफेक्शन या फोड़े जैसे हल्के लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं. ऐसे में व्यक्ति को शरीर में होने वाले सभी परिवर्तनों पर ध्यान देने और हालात और बिगड़ने से पहले ही टेस्टिंग करवानी चाहिए.
सुबह दिख सकते हैं ये लक्षण
इसे लेकर डॉ मोहन डायबिटीज स्पेशलिस्ट सेंटर की डॉ आर एम अंजना हिंदुस्तान टाइम्स से सुबह के लक्षणों के बारे में बात करती हैं. वे कहती हैं, "लक्षण पूरे दिन रहेंगे. अब उदाहरण के लिए अगर आप विशेष रूप से सुबह की ही बात कर रहे हैं तो आपको उठते ही बहुत अधिक पेशाब आ सकता है, या हो सकता है कि रात में यह नींद में खलल डाले, साथ ही उठते ही मुंह थोड़ा सूखा हुआ महसूस हो सकता है. इसके अलावा बाकी सब चीजें जैसे खुजली, थकान, कमजोरी, ज्यादा भूख लगना, ज्यादा प्यास लगना दिन या रात में भी हो सकता है. वजन कम होना, ठीक न होने वाले घाव, प्राइवेट पार्ट में खुजली ये सभी चीजें भी होती हैं.”
डायबिटीज के दूसरे लक्षण क्या होते हैं
डायबिटीज के दूसरे लक्षणों के बारे में बात करें, तो इसमें भूख लगना, अचानक से ज्यादा वजन कम हो जाना, हाथों या पैरों में झुनझुनी, धुंधला दिखना, थकावट, कमजोरी, ड्राई स्किन, घावों का धीरे-धीरे भरना, ज्यादा प्यास लगना, विशेष रूप से रात में बहुत अधिक पेशाब आना, इंफेक्शन, बालों का झड़ना टाइप 2 डायबिटीज में आम है.
सभी को हो सकता है डायबिटीज
गौरतलब है कि डायबिटीज एक तरह का मेटाबोलिक डिसऑर्डर है, जहां हमारा शरीर पर्याप्त रूप से इंसुलिन नहीं बनाता है या इसका ठीक से उपयोग नहीं कर पाता है. इसका नतीजा ये होता है कि बढ़ा हुआ शुगर लेवल हमारे शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. जिसकी वजह से ये गुर्दे, स्किन, दिल, आंखों और पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, डायबिटीज से सबको बचने की सलाह दी जाती है. ये किसी को भी हो सकता है. फिर चाहे वह बच्चा हो, किशोर हो या युवा वयस्क हो, ये लोग टाइप 1 डायबिटीज से ज्यादा प्रभावित होते हैं. जबकि टाइप 2 डायबिटीज से 40 से ज्यादा उम्र के लोग प्रभावित होते हैं.