देश में लगातार जीका वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. यूपी की राजधानी लखनऊ में दो मरीज सामने आए हैं, जबकि कानपुर में अब तक 105 मरीज पाए जा चुके हैं. इससे पहले केरल में भी जीका वायरस के मरीज मिले थे. ऐसे में सतर्क और जागरुक रहने की जरुरत है. वायरस से बचने के उपाय जानने की जरुरत है.
क्या है जीका वायरस-
जीका वायरस एक एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है. WHO के मुताबिक, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान ही काटते हैं. इस मच्छर से डेंगू, चिकनगुनिया भी फैलता है. जीका वायरस गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है.
क्या हैं लक्षण-
जीका वारयस के वैसे तो अलग से कुछ खास लक्षण नहीं है. आमतौर पर इसके लक्षण डेंगू जैसे ही होते हैं. जीका वायरस के पीड़ित व्यक्ति में ये लक्षण दिखते हैं-
अगर कोई गर्भवती महिला पीड़ित है तो अजन्मे बच्चे में मस्तिष्क दोष हो सकता है. नवजात शिशु का मस्तिष्क सामान्य आकार से छोटा होगा.
जीका वायरस से बचाव के तरीके-
जीका वायरस से बचने का कोई खास तरीका नहीं है. इससे खुद को सुरक्षित रखकर और घर को साफ-सुथरा रखकर बचा जा सकता है.
जीका वायरस का इलाज-
अब तक जीका वायरस का कोई इलाज नहीं है और ना ही इसकी कोई वैक्सीन बनी है. डॉक्टर लक्षण के हिसाब से इसका इलाज करते हैं. इससे पीड़ित व्यक्ति को आराम और पेय पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है. CDC यानी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक ये उपाय कर सकते हैं-
कब आया था सामने-
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक जीका वायरस पहली बार साल 1947 में युगांडा के बंदरों में पहचाना गया था. लेकिन इसका असर ज्यादातर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका में हुआ. भारत में जीका वायरस का पहला मामला साल 2017 में सामने आया था. इसके बाद धीरे-धीरे देश की कई हिस्सों से इसके मामले सामने आने लगे. साल 2018 तक मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई लोग इसकी चपेट में आ गए और अब उत्तर प्रदेश में भी इसके केस सामने आ रहे हैं।
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