scorecardresearch

Stress Rashes: ज्यादा तनाव लेना भी पड़ सकता है भारी, स्ट्रेस रैशेज का हो सकते हैं शिकार, जानें इसके बारे में

किसी भी तरह का जब खतरा होता है तो हमें स्ट्रेस होना स्वाभाविक है और कुछ हद तक ये हेल्दी भी है. लेकिन अगर लोग बहुत लंबे समय तक बहुत ज्यादा स्ट्रेस का अनुभव करते हैं, तो स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल बढ़ जाता है और इम्यून सिस्टम को ट्रिगर कर सकता है और हमारी स्किन को सेंसिटिव बना सकता है. 

Stress Rashes Stress Rashes
हाइलाइट्स
  • स्किन हो जाती है सेंसिटिव 

  • स्ट्रेस से हो सकते हैं रैशेज 

हम अक्सर लोगों को कहते सुनते हैं कि बहुत ज्यादा स्ट्रेस भी आपके लिए अच्छा नहीं होता है. इससे आपको हेल्थ से जुड़ी कई सारी परेशानियां हो सकती हैं. लगातार जलन महसूस करने के अलावा, इससे नींद की समस्या, खराब इम्युनिटी, हाई ब्लड प्रेशर और स्लो कॉग्निटिव फंक्शन जैसी परेशानियां हो सकती हैं. और कभी-कभी, पुराना या एक से होने वाला स्ट्रेस आपकी स्किन को भी प्रभावित कर सकता है. जी हां, इससे आपको स्ट्रेस रैशेज हो सकते हैं.

स्किन हो जाती है सेंसिटिव 

किसी भी तरह का जब खतरा होता है तो हमें स्ट्रेस होना स्वाभाविक है और कुछ हद तक ये हेल्दी भी है. क्योंकि यह डीएचईए और ऑक्सीटोसिन जैसे जरूरी हार्मोन बनाता है जो लोगों को सामाजिक संबंधों सहित जीवन के कुछ पहलुओं में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है. एलिना हेल्थ के अनुसार, अगर लोग बहुत लंबे समय तक बहुत ज्यादा स्ट्रेस का अनुभव करते हैं, तो स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल बढ़ जाता है और इम्यून सिस्टम को ट्रिगर कर सकता है और हमारी स्किन को सेंसिटिव बना सकता है. 

स्ट्रेस से हो सकते हैं रैशेज 

स्ट्रेस से आपको रैशेज हो सकते हैं. जो लोग एक्जिमा, रोसैसिया और सोरायसिस जैसी दूसरी स्किन से जुड़ी परेशानियां अनुभव करते हैं, उनके लिए स्ट्रेस इन्हें और भी ज्यादा ट्रिगर कर सकता है. हालांकि, बहुत देर हो जाने तक भी आपको यह एहसास नहीं होता है कि स्ट्रेस आपकी त्वचा को कैसे प्रभावित कर रहा है. हालांकि, बार-बार होने वाले तनाव के जो स्ट्रेस रैशेज बनते हैं उनसे से बचने के लिए निवारक तरीके हैं. अगर समय रहते इसका पता चल जाए और आपका पहले से हाइव्स से जुड़ा कोई इलाज चल रहा है तो इससे बचा जा सकता है. 

स्ट्रेस रैशेज का क्या कारण है?

यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो स्कूल ऑफ मेडिसिन में डर्मेटोपैथोलॉजी के प्रोफेसर और निदेशक डॉ. व्हिटनी हाई ने कहा, "ज्यादातर समय, हम 'स्ट्रेस रैश' को 'पित्ती' या जिसे अंग्रेजी में हाइव्स कहते हैं. सितंबर 2022 के एक अध्ययन के अनुसार, कोलीनर्जिक अर्टिकेरिया एक तरह के दाने है जो इमोशनल स्ट्रेस के साथ या गर्म या मसालेदार भोजन खाने के बाद बनते हैं. तनाव के कारण बढ़े हुए शरीर के तापमान की प्रतिक्रिया में ये स्ट्रेस हाइव्स बनते हैं. 

कैसे पता लगेगा कि स्ट्रेस अब एक समस्या बन चुका है? 

अगर आपको स्ट्रेस रैशेज हो जाते हैं,  तो डॉक्टर के पास जाना एक अच्छा विचार हो सकता है, क्योंकि ये आपको कपड़े धोने के डिटर्जेंट, शैम्पू या साबुन बदलने, डाइट में बदलाव या दूसरे कारणों की वजह से भी हो सकते हैं. ऐसे में अगर आपको रैशेज का कोई कारण नहीं नजर आता है तो समझ जाइए ये स्ट्रेस रैशेज हैं. कभी-कभी, लंबे समय तक स्ट्रेस के साथ, स्थिति न्यूरोडर्माटाइटिस में बदल हो सकती है, जिससे आपको जबरदस्त खुजली हो सकती हैं.