अगर कमरे में खर्राटे की ऐसी आवाज गूंजती रहे तो भला नींद कैसे आएगी? नींद आना तो दूर की बात है, दिमाग की नसें झनझनाने लगेंगी. अब सामने वाला तो जैसे तैसे नींद में है. लेकिन उसे क्या खबर कि खर्राटों की वजह से साथ में सोने वाला अपने सिर के बाल नोच रहा है. कहना मुश्किल है कि कितने लोग सोते हुए खर्राटे लेते हैं. लेकिन ऐसे लोगों की तादाद अच्छी खासी है और फिर जाहिर है कि खर्राटों की वजह परेशानी झेलने वाले भी अनगिनत लोग है. लेकिन मुश्किल सिर्फ ये नहीं है कि खर्राटे नींद उड़ाते हैं, चिंता इस बात कि है कि इसकी वजह से पति और पत्नी के दरम्यान दूरियां आ रही हैं. इस लिहाज से अमेरिका में किया गया सर्वे बेहद हैरान करने वाला है.
सर्वे में सामने आई वजह
अमेरिका में इंटरनेशनल हाउसवेयर्स एसोसिएशन के सर्वे में सामने आया है कि 20% पति पत्नी अलग-अलग बेडरूम में सोते हैं. 31% जोड़े ने बताया कि अलग सोने से उनके संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ा है और 21% ने तो यहां तक माना कि इससे उनके रिश्ते बेहतर हुए हैं. परेशानी की बात ये है कि 46% लोगो ने माना कि पार्टनर के खर्राटे लेने से परेशान होकर उन्होंने अलग कमरे में सोने का फैसला किया है. दिलचस्प ये है कि अलग सोने वाले पति पत्नी की संख्या कोरोना काल के दौरान बढ़ी है.
पति-पत्नी में आ रही है दूरी
सर्वे के मुताबिक बड़ी वजह खर्राटे है, जिन्होंंने दोनों के दरमियान दूरियां बना दी हैं. जानकार मानते हैं कि पति पत्नी के एक साथ सोने से उनके रिश्ते मजबूत रहते हैं, बेहतर होते हैं. रात के सन्नाटे में कान पर कहर बरपाने वाले खर्राटोें की आवाज से छुटकारा कैसे मिले. इसका इलाज जानना जरूरी है, क्योंकि परेशानी सिर्फ साथी को नहीं है बल्कि जो खर्राटा ले रहा है, समस्या उसे भी है.
ये हैं कुछ उपाय
1. करवट लेकर सोएं
पीठ के बल सोने से कभी-कभी आपकी जीभ आपके गले के पीछे की ओर चली जाती है, जो आपके गले से हवा के प्रवाह को आंशिक रूप से अवरुद्ध कर देती है. हवा को आसानी से प्रवाहित होने देने और अपने खर्राटों को कम करने या बंद करने के लिए आपको केवल एक तरफ करवट लेकर सोने की जरूरत हो सकती है.
2. पर्याप्त नींद लें
अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन एंड स्लीप रिसर्च सोसाइटी के मुताबिक, वयस्कों को हर रात 7-9 घंटे की नींद की जरूरत होती है. नींद की कमी आपके खर्राटों के जोखिम को बढ़ा सकती है. खर्राटों से आपकी नींद की कमी का खतरा भी बढ़ सकता है क्योंकि इससे नींद बाधित होती है.
3. नेजल स्ट्रिप या नेजल डाइलेटर का प्रयोग करें
नाक के मार्ग में जगह बढ़ाने में मदद करने के लिए स्टिक-ऑन नाक स्ट्रिप्स को आपकी नाक की शुरुआत में रखा जा सकता है. यह आपकी श्वास को अधिक प्रभावी बना सकता है और आपके खर्राटों को कम या समाप्त कर सकता है. आप एक बाहरी नेसल डाइलेटर भी आजमा सकते हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है.
4. सोने से पहले शराब का सेवन सीमित करें या उससे बचें
कोशिश करें कि सोने से पहले कम से कम 3 घंटे तक शराब का सेवन न करें। शराब गले की मांसपेशियों को आराम दे सकती है, जिससे खर्राटे आते हैं. शराब आपकी नींद को अन्य तरीकों से भी बाधित कर सकती है।
5. धूम्रपान करते हैं तो छोड़ने का प्रयास करें
धूम्रपान एक ऐसी आदत है जो आपके खर्राटों को और खराब कर सकती है. 2014 के एक अध्ययन के अनुसार इसका एक संभावित कारण यह है कि धूम्रपान ओएसए के आपके जोखिम को बढ़ा सकता है या स्थिति को और खराब कर सकता है.