जरूरत से ज्यादा मल्टीविटामिन खाने से आपकी सेहत को फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो सकता है. मल्टी विटामिन का सेवन बेशक आप खुद को हेल्दी रखने के लिए करते हैं लेकिन इसे अधिक मात्रा में लेने पर कई हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं. इसलिए बैलेंस और हेल्दी लाइफ स्टाइल के लिए इन्हें उचित मात्रा में लिया जाना चाहिए.
हेल्दी डाइट का कोई सब्सीट्यूट नहीं
कई तरह की बीमारियां और पोषक तत्वों की कमी से मल्टीविटामिंस की कमी हो सकती है. हालांकि मल्टीविटामिन कभी भी हेल्दी डाइट का सब्सीट्यूट नहीं हो सकते हैं. ये आपकी डाइट में कॉम्प्लिमेंट की तरह काम करते हैं. अगर हम हेल्दी डाइट लें तो विटामिन की जरूरत अपने आप ही पूरी हो जाती है लेकिन जब डाइट अनहेल्दी हो जाए तो हमें मल्टीविटामिन गोलियों का सहारा लेना पड़ता है. ये शरीर को कई फायदे पहुंचाते हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा मल्टीविटामिन लेना आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है.
लीवर डैमेज हो सकता है
वसा में घुलनशील विटामिन जैसे विटामिन ए, डी, ई और के शरीर में जमा हो सकते हैं और ज्यादा मात्रा में लेने से Toxicity पैदा कर सकते हैं. इस वजह से आपको चक्कर आना, मतली, त्वचा में बदलाव जैसे लक्षण हो सकते हैं. गंभीर मामलों में लीवर डैमेज हो सकता है और हड्डियों में दर्द भी हो सकता है.
किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है
आपके शरीर में मल्टीविटामिन की अधिक मात्रा पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं. कुछ विटामिन और मिनिरल्स, खास तौर से आयरन और जिंक की हाई डोज मतली, दस्त और पेट में ऐंठन सहित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियों का कारण बन सकती है. विटामिन सी या डी जैसे विटामिनों के अत्यधिक सेवन से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है. विटामिन बी6 की जरूरत से ज्यादा खुराक लेना बॉडी में झुनझुनी जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण पैदा कर सकता है. इसलिए कोई भी मल्टीविटामिन लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें. जिन लोगों की डाइट में रोजाना हरी सब्जी, ताजे फल, साबुत अनाज की कमी होती है, उन लोगों को विटामिंस की कमी हो सकती है. इसलिए अपनी डाइट बैलेंस रखें.