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कोवैक्सीन लगवाने वालों के लिए गुड न्यूज़, अब कर सकते हैं अमेरिका की यात्रा

सीडीसी की वेबसाइट के अनुसार, सीडीसी ने कोवैक्सिन को क्वालीफाइंग कोविड-19 वैक्सीन की सूची में रखा है, क्योंकि कोवैक्सीन कुछ कोविड-19 वैक्सीन परीक्षणों में प्रतिभागियों की श्रेणी में रहने के मानदंडों को पूरा करता है. हालांकि इस यह स्पष्ट नहीं किया गया है यह कि अनुमति केवल उन लोगों पर लागू होती है जिन्होंने कोवैक्सिन फेज़-3 परीक्षणों में भाग लिया था, या फिर उन लोगों पर भी जिन्होंने कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के प्रतिबंध हटने के बाद वैक्सीन ली थी.

अमेरिका ने कोवैक्सिन लगाने वालों को अमेरिका की यात्रा करने की मंजूरी दे दी है अमेरिका ने कोवैक्सिन लगाने वालों को अमेरिका की यात्रा करने की मंजूरी दे दी है
हाइलाइट्स
  • अमेरिका ने कोवैक्सिन लगाने वालों को अमेरिका की यात्रा करने की मंजूरी दे दी है

  • सीडीसी ने कोवैक्सिन को क्वालीफाइंग कोविड-19 वैक्सीन की सूची में रखा है

भारतीय कोवैक्सीन लगवाने वालों को अमेरिका में एंट्री मिलेगी या नहीं इस बात पर कई दिनों से बहस चल रही थी. हालांकि इस चर्चा पर अब निर्णय आ चुका है. यूनाइटेड स्टेट्स सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कोवैक्सिन का टीका लगाने वाले व्यक्तियों को अमेरिका की यात्रा करने की मंजूरी दे दी है.

कोवैक्सीन को मिली सीडीसी की मंजूरी
सीडीसी की वेबसाइट के अनुसार, सीडीसी ने कोवैक्सिन को क्वालीफाइंग कोविड-19 वैक्सीन की सूची में रखा है, क्योंकि कोवैक्सीन कुछ कोविड-19 वैक्सीन परीक्षणों में प्रतिभागियों की श्रेणी में रहने के मानदंडों को पूरा करता है.  हालांकि इस यह स्पष्ट नहीं किया गया है यह कि अनुमति केवल उन लोगों पर लागू होती है जिन्होंने कोवैक्सिन फेज़-3 परीक्षणों में भाग लिया था, या फिर उन लोगों पर भी जिन्होंने कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के प्रतिबंध हटने के बाद वैक्सीन ली थी. दरअसल इस साल मार्च में कोवैक्सीन को क्लिनिकल परीक्षण मोड से हटाकर इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई थी.

कई देशों की वैक्सीन को मिली मंजूरी
कोवैक्सीन के अलावा कई और देशों की वैक्सीन को भी सीडीसी की मंजूरी मिली है. जिसमें चीनी कंपनी CanSinoBIO का Ad5-nCoV और क्लोवर बायोफार्मास्युटिकल्स की SCB-2019 या Novavax और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का NVX-CoV2373 या Covovax शामिल है. सीडीसी का फैसला ऐसे दिन आया जब डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को जिनेवा में अपने तकनीकी सलाहकार समूह (TAG) की बैठक के बाद एक बार फिर कोवाक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने के अपने फैसले को 3 नवंबर तक के लिए टाल दिया था. सीडीसी का निर्णय उन लोगों के लिए अच्छी खबर है, जो उत्सुकता से डब्ल्यूएचओ ईयूएल की मंजूरी का इंतजार कर रहे थे, और जिन्होंने क्लिनिकल परीक्षण के हिस्से के रूप में भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित कोविड -19 वैक्सीन की दोनों खुराक ली हैं.

इन मानदंड़ों पर निर्भर करेगी मंजूरी
1. सीडीसी के अनुसार यात्री ने क्वालीफाइंग वैक्सीन उम्मीदवार सूची में मौजूद वैक्सीन के फेज़ 3 वैक्सीन परीक्षण में भाग लिया हो या भाग ले रहे हों.
2. यात्री को एक सक्रिय (गैर-प्लेसबो) कोविड-19 क्वालीफाइंग वैक्सीन उम्मीदवार या एक ईयूएल वैक्सीन की पूरी श्रृंखला प्राप्त हुई हो और वैक्सीन उत्पाद का नाम और प्राप्त होने की तारीख को सूचीबद्ध किया गया हो.
3. एयरलाइंस और एयरलाइन ऑपरेटरों को यह सुनिश्चित करने के लिए यात्री द्वारा दी गई जानकारी की समीक्षा करने की आवश्यकता है कि यात्री ने उड़ान भरने के कम से कम 14 दिन पहले टीकाकरण कराया हो.