अमेरिका स्थित शीर्ष संक्रामक रोगों के एक्सपर्ट डॉक्टर फाहीम युनूस ने शनिवार को यह जानकारी दी कि वे कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित हो गए थे. ओमिक्रॉन के खिलाफ अपनी लड़ाई से पांच सबक साझा करते हुए डॉ यूनुस ने बताया कि दो हफ्ते पहले उनमें कोविड के लक्षण विकसित हो गए. इसके बाद उन्होंने कोविड टेस्ट कराया और इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
मास्क नहीं लगाना पड़ा भारी
डॉक्टर फाहीम युनूस ने बताया कि वे पिछले दो सालों में हजारों कोरोना मरीजों के बीच रहे लेकिन उन्हें संक्रमण नहीं हुआ. उन्होंने कहा-"मैं हमेशा मास्क पहनता था और कोरोना मरीजों के बीच पीपीई किट में गया". डॉक्टर ने बताया कि एक पारिवारिक समारोह, जिसमें उनका शामिल होना जरूरी था, उसमें वे बिना मास्क के शामिल हुए और इसी दौरान उन्हें संक्रमण हो गया.
Personal News: Omicron got me:)
— Faheem Younus, MD (@FaheemYounus) January 15, 2022
Two weeks ago I developed symptoms and tested +ve
Sharing five lessons I learned from that experience and hoping you’ll find them helpful
पूरी तरह कारगर है वैक्सीन
डॉक्टर युनूस ने बताया कि ये वैक्सीन ही हैं जिसकी वजह से वे 5 दिन के अंदर ट्विटर पर अपनी कहानी बताने के लिए वापस आ सके. उन्होंने बताया कि अब वे काम पर भी लौट चुके हैं और मास्क का उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया-"मुझे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी, स्टेरॉयड, एंटीबायोटिक्स या पैक्सलोविड की जरूरत नहीं पड़ी. मैंने आईवरमेक्टिन, एचसीक्यू और जिंक का उपयोग भी नहीं किया".
वैक्सीनेटेड हैं तो कोरोना से उबर सकते हैं
डॉक्टर युनूस का कहना है कि हर्ड इम्यूनिटी(Herd immunity) अच्छा है लेकिन हर्ड मानसिकता खराब है. उन्होंने आगे लिखा-"कोविड हो या नहीं हो, हमेशा अपनी मृत्यु के बारे में सोचें. यह हमें साहसी, सार्थक और फैसले लेने लायक बनाता है". डॉक्टर ने बताया कि N95 मास्क पहनने के बाद भी अगर किसी को कोरोना हो जाता है और वह व्यक्ति पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है तो वह कोविड से उबर सकता है.