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Lays Classic potato chips: अमेरिका क्यों लेज के क्लासिक आलू चिप्स को वापस ले रहा है? जानें पूरा मामला

अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने चेतावनी दी है कि इन चिप्स में दूध या उससे जुड़े एलर्जी वाले एलिमेंट मौजूद हो सकते हैं, जो सेंसिटिव  लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं. 

Classic potato chips Classic potato chips

लेज चिप्स बनाने वाली अमेरिका की नामी स्नैक कंपनी फ्रिटो-ले (Frito-Lay) ने हाल ही में अपने ‘Classic’ फ्लेवर के चिप्स को वापस मंगाने का फैसला किया है. यह फैसला 16 दिसंबर को लिया गया और इसका कारण एलर्जी' है. अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने चेतावनी दी है कि इन चिप्स में दूध या उससे जुड़े एलर्जी वाले एलिमेंट मौजूद हो सकते हैं, जो सेंसिटिव  लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं. 

किन चिप्स को वापस मंगाया गया है?
फ्रिटो-ले ने 6,344 पैकेट (13-औंस) वजन वाले  लेज ‘Classic’ चिप्स को वापस मंगाया है. ये चिप्स 3 नवंबर से बाजार में मिल रहे थे और इन्हें स्टोर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए बेचा जा रहा था. ये चिप्स खासकर ओरेगन और वॉशिंगटन में बेचे गए थे.  पैकेट के डिटेल्स की बात करें तो ये पीले रंग के होते हैं और फ्लेक्सिबल पैकेज में आते हैं. इनका प्रोडक्शन कोड 6462307xx या फिर 6463307xx रहता है. गारंटी फ्रेश डेट 11 फरवरी, 2025 और UPC (यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड) 28400 31041 है.

प्रोडक्ट वापस क्यों मंगाया गया है?
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, लेज ‘Classic’ चिप्स में दूध या डेयरी प्रोडक्ट से जुड़ा एलर्जन मौजूद हो सकता है. इससे परेशानी की बात ये है कि जिन लोगों को दूध से एलर्जी है, उन्हें इन चिप्स को खाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इस एलर्जी का प्रभाव गंभीर होने के साथ-साथ कभी- कभी जानलेवा भी हो सकता है. कंपनी ने कहा कि यह कदम उपभोक्ता से मिली शिकायतों के बाद उठाया गया है. हालांकि, अभी तक इस एलर्जी से जुड़ा कोई मामला सामने नहीं आया है.

FDA कैसे क्लैसफाइड करता है रिकॉल को?
  
FDA प्रोडक्ट रिकॉल को तीन कैटिगरीज में बांटता है.  

Class I Recall- यह सबसे गंभीर लेवल का रिकॉल होता है. इसमें प्रोडक्ट को खाने से मौत या गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है.  

Class II Recall- इस में प्रोडक्ट को खाने से हल्की या टेंपरेरी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.  

Class III Recall- इस में प्रोडक्ट को खाने से स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन यह लैबलिंग या मैन्युफैक्चरिंग के स्टैंडर्ड का उल्लंघन करता है.

कंज्यूमर को क्या करना चाहिए?
फ्रिटो-ले ने कंज्यूमर्स को सलाह दी है कि अगर उनके पास ये चिप्स हैं, तो वे इसे तुरंत फेंक दें, खासकर अगर उन्हें दूध या दूध से बने किसी चीज से एलर्जी है तो. कंपनी की सलाह ये है कि उपभोक्ता फ्रिटो-ले के कंज्यूमर रिलेशन विभाग से संपर्क कर सकते हैं. अमेरिकी कानून के अनुसार, कंपनी उपभोक्ताओं को रिफंड या रिप्लेसमेंट दे सकती है.

मिल्क एलर्जी क्या है? 
एक्सपर्ट के मुताबिक मिल्क एलर्जी तब होती है जब कोई व्यक्ति दूध या उससे बने प्रोडक्ट को खाता या पीता है. गाय का दूध, एलर्जी का मुख्य कारण होता है, लेकिन भेड़, बकरी, और भैंस का दूध भी एलर्जी पैदा कर सकता  है. इसके लक्षण की बात करें तो स्किन पर लाल चकत्ते (हाइव्स), खुजली, होठों या गले में सूजन. खांसी, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और पाचन समस्याएं हैं. गंभीर मामलों में एनाफाइलेक्टिक शॉक भी हो सकता है, जो जानलेवा हो सकता है. 

कंज्यूमर को जागरूक करने की जरूरत
फ्रिटो-ले का यह कदम कन्सूमर की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का संकेत है. यह घटना इस बात पर जोर देती है कि कंपनियों को अपने प्रोडक्ट और प्रोडक्ट में इस्तेमाल हुए चीजों के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए.

यह स्टोरी निशांत सिंह ने लिखी है, निशांत GNTTV में बतौर इंटर्न काम कर रहे हैं.