सोशल मीडिया के उपयोग करने का लिंक आपकी मेंटल हेल्थ से जुड़ा हुआ है. एक स्टडी के मुताबिक, इसका इस्तेमाल अगर आप 30 मिनट तक कम कर देते हैं तो मेंटल हेल्थ के साथ इससे आपकी जॉब सैटिस्फैक्शन में भी सुधार होता है. जबकि अगर आप लगातार इसका इस्तेमाल करते रहते हैं तो आपकी प्रोडक्टिविटी पर इसका प्रभाव पड़ता है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि सोशल मीडिया के कम उपयोग के कारण व्यक्तियों को काम का बोझ कम महसूस हुआ और जब वे ऑनलाइन नहीं होते थे तो उनके नेटवर्क में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं को खो जाने का डर, जिसे FOMO के रूप में जाना जाता है - कम हो गया है.
फोकस करना होता है मुश्किल
रुहर यूनिवर्सिटी बोचूम और जर्मन सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ, जर्मनी के शोधकर्ताओं ने पाया कि सोशल मीडिया से परहेज करने से लोगों को अपना काम करने के लिए अधिक समय मिलता है. स्टडी में कहा गया कि जो लोग अपने सोशल मीडिया फीड को एक्टिव रखने के लिए अक्सर अपना काम बंद कर देते हैं, उनके लिए अपने काम पर फोकस करना ज्यादा मुश्किल हो जाता है.
अध्ययन के लिए, रिसर्च टीम ने 166 लोगों को शामिल किया था. ये लोग सोशल मीडिया पर हर दिन कम से कम 35 मिनट बिताते थे. इन सभी लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया- एक ग्रुप वो जिन्होंने अपनी सोशल मीडिया आदतों को नहीं बदला, जबकि दूसरे ने सात दिनों के लिए हर दिन 30 मिनट तक सोशल नेटवर्क पर बिताया.
क्या है सोशल मीडिया एडिक्शन?
पिछले दशक से सोशल मीडिया पर बार-बार जांच करना और स्क्रॉल करना आम होता जा रहा है. हालांकि, ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर काफी समय बिताते हैं और उसका कोई समय ही निर्धारित नहीं करते हैं. ऐसे यूजर्स सोशल नेटवर्किंग साइटों के आदी हो जाते हैं, जिसका असर उनके दूसरे कामों पर भी पड़ता है.
सोशल मीडिया की लत के लक्षण?
सामान्य संकेतों में सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताना, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए तस्वीरें क्लिक करने के लिए सीमा से बाहर जाना और कभी-कभी इस वजह से उस पल का आनंद नहीं लेना, किसी की पोस्ट पर प्राप्त लाइक की संख्या या कहानी को देखे जाने की संख्या की लगातार जांच करना, सोशल मीडिया का उपयोग कम करने या छोड़ने का प्रयास करना लेकिन असफल होना, बेचैनी, चिड़चिड़ापन आदि शामिल हैं.
कैसे पाएं इससे छुटकारा?
जिस तरह हम वजन कम करने के लिए या फिटनेस के लिए डाइट पर जाते हैं, उसी तरह सोशल मीडिया डाइट पर भी लागू किया जा सकता है. जिसे इसकी लत है वह हर दिन थोड़ा-थोड़ा करके सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम कर सकता है. जिस तरह वजन कम करने के लिए क्रैश डाइट एक अच्छा ऑप्शन नहीं है, उसी तरह सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूर रहना भी व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है और ये एक चिंता का कारण बन सकता है. इसके लिए बिस्तर पर जाने से एक से दो घंटे पहले सोशल मीडिया से दूर रहें ताकि इससे स्ट्रेस और सोने में दिक्कत न हो.