scorecardresearch

कोरोना वैक्सीन लेने में बुजुर्ग पीछे क्यों, किस राज्य में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन

पश्चिम बंगाल में 15 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है. वहीं, महाराष्ट्र में 13 लाख, उत्तर प्रदेश में 12 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है.

कोरोना वैक्सीनेशन (सांकेतिक तस्वीर) कोरोना वैक्सीनेशन (सांकेतिक तस्वीर)
हाइलाइट्स
  • देश में करीब 1.45 करोड़ बुजुर्गों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है.

  • पश्चिम बंगाल में 15 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है.

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी है, पर महामारी का खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ कोविड वैक्सीन लगवाना ही महामारी से बचाव का रास्ता है. पर कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर देखने के बाद भी कुछ लोगों को महामारी की भयावहता का अंदाजा नहीं है. कई लोग अब भी वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं. हैरानी की बात है कि ऐसे लोगों में बुजुर्गों की संख्या सबसे ज्यादा है. देश में मार्च-2021 से 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत हुई थी. पर 10 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी 8.5 प्रतिशत से ज्यादा बुजुर्गों को अब तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है. 

 कोरोनावायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को वैक्सीनेशन में वरीयता दी गयी. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण उन्हें संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा था. पहली व दूसरी लहर में कोरोना का कहर भी सबसे ज्यादा बुजुर्गों पर ही टूटा था. चिंता की बात ये है कि ये बुजुर्ग अभी भी टीके से दूरी बनाए हुए हैंकेंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के हैरान कर देने वाले आंकड़ों के अनुसार, देश में करीब 1.45 करोड़ बुजुर्गों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है. वहीं, सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि एक करोड़ 20 लाख 82 हजार 792 लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है. 

क्या कहते हैं आंकड़े? 

देश में अब तक 173.03 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. राज्यों से मिले आंकड़ों के आधार पर केंद्र का मानना है कि एक करोड़ 20 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है. हालांकि, इसकी पक्की जानकारी राज्यों के पास नहीं है. कुछ राज्यों का मानना है कि हो सकता है कि कई बुजुर्गों ने दूसरे राज्यों में टीकाकरण करवाया हो. तमिलनाडु में सबसे ज्यादा 26 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है. पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 60 साल से ज्यादा उम्र के सबसे ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है. 

पश्चिम बंगाल में 15 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है, वहीं 14 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है. वहीं, महाराष्ट्र में 13 लाख, उत्तर प्रदेश में 12 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है. राजस्थान में 8 लाख, झारखंड में 7.3 लाख, पंजाब में 7 लाख बुजुर्गों ने वैक्सीन की कोई डोज नहीं लगवाई है. वैक्सीन लगवाने में सबसे आगे चंडीगढ़ के बुजुर्ग निकले जहां मात्र 33 हजार बुजुर्गों ने कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है.