कोविड-19 का खतरा अभी भी टला नहीं है. वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज को लेकर अभी भी लोग चिंता में हैं. लेकिन कई स्टडीज कहती हैं कि वैक्सीनेशन काफी हद तक कोरोना संक्रमण से बचाता है. हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज इंफेक्शन को कम करते हैं. हालांकि, इसमें यह भी कहा गया कि संक्रमण का खतरा अभी भी अधिक है.
बूस्टर करता है वायरस के ट्रांसमिशन को कम
दरअसल, यूसी सैन फ्रांसिस्को के शोधकर्ताओं द्वारा एक ही सेल में रहने वाले लोगों के बीच वायरस के ट्रांसमिशन को देखने के लिए स्टडी की गई. इसमें पाया गया कि टीकाकरण और बूस्टिंग ने पहली ओमिक्रॉन वेव के दौरान कैलिफोर्निया की जेलों में COVID-19 के ट्रांसमिशन को रोकने में मदद की थी. इस स्टडी में वैक्सीनेशन के फायदों के बारे में बताते हुए कहा गया कि ये वायरस के संक्रमण को कम करने में बढ़ावा देता है. इसके अलावा, हर बूस्टर डोज के साथ ट्रांसमिशन की संभावना 11 प्रतिशत तक कम हो जाती है.
क्या आया शोध में सामने?
शोधकर्ताओं ने कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ करेक्शंस एंड रिहैबिलिटेशन (CDCR) द्वारा इकठ्ठा किए गए एक डेटा का विश्लेषण किया. इसमें 15 दिसंबर, 2021 और 20 मई, 2022 के बीच 1,11,687 लोगों को शामिल किया गया. ये वो लोग थे, जिनमें से 97 प्रतिशत पुरुष थे. इनमें से जिन भी लोगों को टीका लगा था उनमें गंभीर बीमारी की दर कम थी. केवल पांच महीनों में, 22,334 ओमिक्रॉन संक्रमण, 31 अस्पताल में भर्ती हुए और कोई COVID-19 मौत दर्ज नहीं की गई.
संक्रमण और टीकाकरण दोनों से हाइब्रिड इम्युनिटी वाले लोगों में वायरस ट्रांसमिट होने की संभावना 40 प्रतिशत कम थी. शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह खुशी जी बात है कि टीकाकरण उन लोगों के लिए भी अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है जो पहले से ही संक्रमित हैं.