प्लांट बेस्ड डाइट हृदय रोग, कैंसर के जोखिम को कम करते हैं. हाल ही में हुए एक रिसर्च में ये जानकारी सामने आई है. पीएलओएस वन जर्नल में पब्लिश रिसर्च में 2000 से 2023 तक पब्लिश लगभग 50 रिसर्च के निष्कर्षों का विश्लेषण किया गया है.
रिसर्च में शाकाहारी डाइट और वीगन डाइट के स्वास्थ्य प्रभावों की जांच की गई. खाने के दोनों पैटर्न कैंसर और इस्केमिक हृदय रोग के कम जोखिम से जुड़े थे. विशेष रूप से ये डाइट प्रोस्टेट कैंसर और कोलन कैंसर जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के खतरे को कम करते हैं. वेजिटेरियन डाइट को हृदय रोग के कम जोखिम से भी जोड़ा गया है.
कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा काफी हद तक कम
इसके अलावा प्लांट बेस्ड डाइट बढ़े हुए वजन, सूजन और एलडीएल या "खराब" कोलेस्ट्रॉल सहित हृदय रोग और कैंसर के जोखिम कारकों में कमी से जुड़े थे. यह शोध सामान्य तौर पर दिखाता है कि प्लांट बेस्ड डाइट फायदेमंद हो सकता है. इसके फायदों के लिए आपको पूरी तरह से वेजिटेरियन होने की जरूरत नहीं है. Animal-Based Consumption को कम करने से भी फायदा हो सकता है. कुछ समय तक इस डाइट को फॉलो करने मात्र से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा काफी हद तक कम होता है. प्लांट बेस्ड डाइट में ज्यादातर साबुत अनाज, फल, सब्जियां, नट्स, सोया, बीन्स और नॉन-हाइड्रोजनेटेड प्लांट के तेल शामिल होने चाहिए.
क्या होती है वीगन डाइट
वीगन डाइट में मांस, अंडे के साथ डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही, घी, मावा, पनीर भी डाइट चार्ट से बाहर रहता है. इस डाइट में केवल अनाज, सब्जियां, फल, फलियां और ड्राय फ्रूट्स जैसी चीजें ही खाई जा सकती हैं.
प्लांट बेस्ड डाइट इतने हेल्दी क्यों हैं?
एनिमल और डेयरी प्रोडक्ट से मिलने वाला अधिकांश फैट बैड कोलेस्ट्रॉल बनाता है. लेकिन वीगन डाइट से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है. वजन कम करने के लिए वीगन डाइट को फॉलो करना एक अच्छा विकल्प है. वीगन या शाकाहारी डाइट लेने से कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम हेल्दी रहता है, जिससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज का भी खतरा कम होता है.