हलुसिनेशन (Hallucinations) या मतिभ्रम को अक्सर फिल्मों में भयानक अनुभवों के रूप में दिखाया जाता है. आपने कई बार फिल्म, टीवी सीरिज या वेब सीरिज में किरदारों को देखा होगा जिन्हें मतिभ्रम होता है. मतिभ्रम का अनुभव करना कुछ लोगों और उनके परिवारों के लिए बहुत मुश्किल हो सकता है.
हालांकि, जिस तरह से परदे पर मतिभ्रम को दिखाया जाता है उससे इसके बारे में मिथक और गलत धारणाएं बनी रहती हैं. और इससे मेंटल हेल्थ पर भी गलत धारणा बनती है. लोगों को लगता है कि मतिभ्रम मानसिक स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण हो रहा है जबकि यह जरूरी नहीं है.
मतिभ्रम क्या हैं?
मतिभ्रम ऐसी धारणाएं हैं जो बिना किसी बाहरी उत्तेजना के होती हैं. इसमें कोई भी ह्यूमन सेंस या मानवीय इंद्रियां शामिल हो सकती है. जैसे ऑडिटरी या श्रवण मतिभ्रम में ऐसी चीजें सुनना शामिल है जो वहां नहीं हैं, जैसे कि कोई आवाजें. विजुअल या दृश्य मतिभ्रम में ऐसी चीजें देखना शामिल है जो वहां नहीं हैं, जैसे कि रोशनी, वस्तुएं या लोग.
टैक्टाइल या स्पर्शनीय मतिभ्रम में ऐसी चीजें महसूस करना शामिल है जो वहां नहीं हैं, जैसे कि आपकी त्वचा पर कुछ रेंगने की अनुभूति. गस्टेटरी या स्वाद संबंधी मतिभ्रम में स्वाद और गंध शामिल होते हैं. लोग अक्सर मतिभ्रम (Hallucination) और भ्रम (Delsions) में अंतर नहीं कर पाते हैं. भ्रम झूठे विश्वास हैं, जिसमें व्यक्ति सबुतों के बावजूद यकीन करता है. जैसे एक व्यक्ति को विश्वास हो सकता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है, यह एक भ्रम है. लेकिन वह उस आकृति को देख और सुन सकता है यह एक मतिभ्रम है.
17वीं शताब्दी से पहले मतिभ्रम को आमतौर पर सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व से जोड़ा जाता था. हालांकि, 1600 और 1700 के दशक के बीच, मतिभ्रम को मानसिक और शारीरिक दोनों बीमारियों से संबंधित चिकित्सा चिंताओं के रूप में समझा जाने लगा. मतिभ्रम का यह मेडिकल लेंस बना हुआ है. अब हम जानते हैं कि किसी को मतिभ्रम होने पर दिमाग के कौन से हिस्से सक्रिय होते हैं.
मतिभ्रम का क्या कारण है?
मतिभ्रम गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है. मतिभ्रम का होना या अनुभव, उदाहरण के लिए, सिज़ोफ्रेनिया के निदान के लिए उपयोग किए जाने वाले मानदंडों में से एक है. मतिभ्रम मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों जैसे बाईपॉलर डिसऑर्डर, पीटीएसडी, और अवसाद में भी अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है. हालांकि, मतिभ्रम को अन्य मेडिकल कंडीशन से भी जोड़ा जा सकता है.
मतिभ्रम बुखार के साथ-साथ बीमारी या मस्तिष्क या ऑप्टिक नसों को प्रभावित करने वाली क्षति के कारण हो सकता है. पार्किंसंस रोग 75 प्रतिशत लोगों में दृश्य, श्रवण और स्पर्श संबंधी मतिभ्रम का कारण बनता है. मिर्गी और माइग्रेन का सिरदर्द भी मतिभ्रम से जुड़ा हुआ है. बहुत बार कुछ ड्रग्स जैसे एलएसडी या केटामाइन, भी मतिभ्रम का कारण बन सकते हैं.
नींद की कमी जैसे कारक भी मतिभ्रम का कारण बन सकते हैं. लेकिन फिर भी, आम धारणा यही है कि मतिभ्रम केवल मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से जुड़ा हुआ है. मतिभ्रम डरावना हो सकता है, लेकिन हमेशा नहीं. वैसे तो मतिभ्रम को टैबू की तरह देखा जाता है लेकिन बहुत से लोगों को बहुत खूबसूरत मतिभ्रम भी होते हैं.
इस तरह करें मदद
यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ हैं जिसे मतिभ्रम हो रहा है, विशेष रूप से अगर ये उसके लिए नया या परेशान करने वाला है तो आप उनकी मदद कर सकते हैं.