गाय से लेकर भैंस तक के दूध से बने घी की कई वैरायटी आज बाजार में उपलब्ध हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोने से बने घी के बारे में पढ़ा या सुना है? जी हां, आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. दीक्षा भावसार सावलिया के अनुसार, 24 कैरेट सोने से बना यह विशेष घी शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद माना जाता है.
डॉ. भावसार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “यह घी बिलोना विधि के माध्यम से गिर-गाय के दूध से बनाया जाता है; हम इसे श्यामा कहते हैं (श्याम यानी कृष्ण से संबंधित). भगवान कृष्ण से ज्यादा गायों से कोई प्रेम नहीं कर सकता, इसलिए इस स्वर्ण-युक्त घी का नाम पड़ा. आयुर्वेद के अनुसार, घी को 'योगवाही' माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह अपने साथ आने वाली औषधि/जड़ी-बूटी के गुणों को ग्रहण करता है."
इस प्रक्रिया को साझा करते हुए, आयुर्वेदिक चिकित्सक ने कहा कि घी बनाते समय 24 कैरेट सोने का सिक्का घी में डाला जाता है. और इसके बहुत से फायदे हैं:
डॉ. भावसार के अनुसार, इसे भोजन में मिलाया जा सकता है और सभी उम्र के लोग इसका सेवन कर सकते हैं. प्रतिदिन 10-30 मिलीलीटर की खुराक की सलाह दी जाती है. उन्होंने शेयर किया कि वह गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे सभी जोड़ों, गर्भवती महिलाओं और हार्मोनल असंतुलन वाली महिलाओं को इसे लेने की सलाह देती हैं. यह तनाव, खराब मानसिक स्वास्थ्य और आंत संबंधी समस्याओं वाले मेरे रोगियों के लिए भी है.
आपको बता दें कि सोने से बने घी को 'स्वर्ण' के नाम से भी जाना जाता है. भस्म को आयुर्वेद में स्वर्णिम तरल के रूप में जाना जाता है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. आयुर्वेद में, सोने को उसके कायाकल्प गुणों के लिए एक शक्तिशाली घटक माना जाता है. इसमें रसायन गुण हैं, जो प्रकृति में ताजगी प्रदान करने वाले हैं.